अभिषेक बनर्जी ने चाय बागान श्रमिकों की मांगों को लेकर भाजपा सांसदों के आवासों के घेराव की धमकी दी

अभिषेक बनर्जी ने चाय बागान श्रमिकों की मांगों को लेकर भाजपा सांसदों के आवासों के घेराव की धमकी दी

अभिषेक बनर्जी ने चाय बागान श्रमिकों की मांगों को लेकर भाजपा सांसदों के आवासों के घेराव की धमकी दी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:02 pm IST
Published Date: September 11, 2022 9:20 pm IST

मलबाजार (पश्चिम बंगाल), 11 सितंबर (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि अगर इस साल के अंत तक राज्य के तीन लाख से अधिक चाय बागान श्रमिकों को भविष्य निधि (पीएफ) और ग्रेच्युटी संबंधी लाभ प्रदान नहीं किया गया, तो पश्चिम बंगाल में सभी भाजपा सांसदों और विधायकों के आवासों का घेराव किया जाएगा।

जलपाईगुड़ी जिले के मलबाजार में चाय बागान श्रमिकों की एक रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने पार्टी से जुड़े श्रमिक संघ से सोमवार से ही पीएफ और ग्रेच्युटी की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन शुरू करने और ऐसे चाय बागान मालिकों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने को कहा, जो इन लाभों को प्रदान करने से इनकार करते हैं।

तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘भाजपा नेता प्रवासी पक्षियों की तरह हैं, वे चुनाव से पहले आते हैं, बड़े-बड़े वादे करते हैं और चुनाव के बाद उन्हें पूरा किए बिना उड़ जाते हैं। केंद्र ने बंद हुए सात चाय बागानों को अपने नियंत्रण में लेने का वादा किया, लेकिन कुछ नहीं किया जबकि राज्य में तृणमूल कांग्रेस नीत सरकार ने सुनिश्चित किया कि सभी बंद चाय बागान फिर से चालू हो जाएं।’’

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बनर्जी ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी चाय बेचा करते थे, इसके बावजूद उन्होंने चाय बागान के मजदूरों के लिए कुछ नहीं किया। पीएफ और ग्रेच्युटी का लाभ देना केंद्र की जिम्मेदारी है। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि कल से ही इस मुद्दे पर विरोध शुरू कर दें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इन लाभों को देने से इनकार करने वाले चाय बागान मालिकों के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराएं। अगर इस साल के अंत तक इन मुद्दों का समाधान नहीं किया गया, तो जनवरी से भाजपा विधायकों और सांसदों के घरों का घेराव किया जाएगा।’’

लोकसभा सदस्य और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक ने चाय श्रमिकों से वादा किया कि राज्य सरकार अगले छह महीनों में उनके बच्चों के लिए 31 ‘क्रेच’ और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने के साथ ही उन्हें स्वच्छ पेयजल और भूमि अधिकार प्रदान करेगी।

भाषा

शफीक नरेश

नरेश


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