Action On Fake Teacher : नहीं थी योग्यता.. फिर भी बन गए शिक्षक, शिक्षा विभाग ने इतने लोगों को नौकरी से निकाला, इन स्कूलों में थे पदस्थ

Action On Fake Teacher: नहीं थी योग्यता.. फिर भी बन गए शिक्षक, शिक्षा विभाग ने इतने लोगों को नौकरी से निकाला, इन स्कूलों में थे पदस्थ

Action On Fake Teacher : नहीं थी योग्यता.. फिर भी बन गए शिक्षक, शिक्षा विभाग ने इतने लोगों को नौकरी से निकाला, इन स्कूलों में थे पदस्थ
Modified Date: May 21, 2025 / 05:37 pm IST
Published Date: May 21, 2025 3:30 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बलिया में 5 शिक्षक धोखाधड़ी से नियुक्ति के आरोप में बर्खास्त।
  • जांच में सामने आया कि इनके पास आवश्यक शैक्षणिक योग्यताएं नहीं थीं।
  • सभी नियुक्तियाँ 2018 की शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से संबंधित थीं।

बलिया: Action On Fake Teacher : उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के विभिन्न सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त पांच शिक्षकों को धोखाधड़ी करके नौकरी हासिल करने के आरोप में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

Read More : Youtuber Jyoti Malhotra: ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद सरकार का बड़ा कदम, Youtubers के लिए बनेंगे नए नियम!

Action On Fake Teacher : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि जिले के सोहाव प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक गुलाब चंद्र, सोनाडीह के कंपोजिट विद्यालय में कार्यरत शिक्षक दिलीप कुमार यादव, प्राथमिक विद्यालय त्रिकालपुर में कार्यरत शिक्षिका निवेदिता सिंह, प्राथमिक विद्यालय नसरथपुर में तैनात शिक्षिका खुशबू प्रजापति और स्थानांतरण के बाद फिलहाल अमेठी जिले में कार्यरत शिक्षिका स्निग्धा श्रीवास्तव को जांच के बाद मंगलवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।

 ⁠

Read More : Ashoknagar Bribery Case: गांधी पार्क में खुलेआम 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया कंप्यूटर ऑपरेटर, लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई

उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा 22 दिसम्बर 2018 तक ऑनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे। अधिकारी ने बताया कि बर्खास्त किये गये शिक्षक आवेदन करते समय पद के लिए निर्धारित योग्यता नहीं रखते थे। सिंह के अनुसार, इन आरोपियों ने धोखाधड़ी करके नौकरी हासिल की थी एवं जांच में इसका खुलासा हुआ था।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।