नईदिल्ली। सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर के बाद अब भाजपा नेता जयंत सिन्हा ने भी राजनीति को अलविदा कह दिया है। जयंत सिन्हा ने ट्वीट करके बताया कि वे पर्यावरण के क्षेत्र में काम करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वे पार्टी के साथ आर्थिक और नीतिगत मसलों पर काम करते रहेंगे। बता दें कि जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के बागी रहे यशवंत सिन्हा के बेटे हैं जोकि हजारीबाग लोकसभा सीट से सांसद हैं।
जयंत सिन्हा ने कहा कि ”मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। बेशक, मैं आर्थिक और शासन संबंधी मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखूंगा।
उन्होंने आगे लिखा कि मुझे पिछले दस वर्षों से भारत और हज़ारीबाग़ के लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। इसके अलावा, मुझे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा प्रदान किए गए कई अवसरों का भी आशीर्वाद मिला है
पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमितशाह और भाजपा नेतृत्व का उन सभी के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं। जय हिन्द!
I have requested Hon’ble Party President Shri @JPNadda ji to relieve me of my direct electoral duties so that I can focus my efforts on combating global climate change in Bharat and around the world. Of course, I will continue to work with the party on economic and governance…
— Jayant Sinha (@jayantsinha) March 2, 2024
बता दें कि इसके पहले ही आज दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट कर कहा था कि ”मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए हृदय से धन्यवाद देता हूँ” जय हिन्द!
बता दें कि बीजेपी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर जल्द ही लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम वाली पहली सूची जारी कर सकती है। पार्टी ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति की पहली बैठक में 150 से ज्यादा सीटों पर लोकसभा उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की थी। जेपी नड्डा और अमित शाह के बीच कई घंटे की मैराथन बैठक हुई थी। पार्टी ने इस चुनाव में 370 से अधिक सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में पार्टी की रणनीति अपने कई पुराने सांसदों का टिकट काटने की है। पार्टी की तरफ से पुराने चेहरों के स्थान पर नए चेहरों को उतारा जाएगा। इसके अलावा कई राज्यसभा सदस्यों को भी चुनाव में उतारा जाएगा। इस क्रम में पार्टी की तरफ से कई मौजूदा सांसदों को इस संबंध में सूचना मिलने लग गई है। माना जा रहा है कि अपना टिकट कटते देख पार्टी के सांसद सम्मानजनक तरीके से खुद ही किनारा कर रहे हैं।