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तेजपुर । असम में सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में बृहस्पतिवार को घरेलू सहायिका के रूप में कार्य करने वाली 13 वर्षीय आदिवासी लड़की का शव कब्र खोदकर निकाला गया। लड़की का शव दर्रांग में उसके नियोक्ता के घर में कथित रूप से फांसी से लटकता पाया गया था। पुलिस ने यह जानकारी दी। सोनितपुर जिला एवं सत्र न्यायालय के आदेश पर लड़की का शव कब्र से निकालकर आवश्यक जांच के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया गया। कब्र से शव को निकालने से पहले पुलिस अधीक्षक कल्याण फुकन के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम लड़की के घर गयी थी और उसने उसके परिवार के सदस्यों से बात की। टीम में फोरेंसिक विशेषज्ञ और डॉक्टर भी शामिल हैं।
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लड़की के परिवार ने इस महीने की शुरुआत में हुई इस घटना को लेकर पुलिस पर कर्तव्यों में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। उसने यह भी दावा किया था कि धूला थाने के प्रभारी ने उनपर लड़की की अप्राकृतिक मौत के संबंध में लिखित शिकायत नहीं करने का दबाव डाला था।
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मामले के तूल पकड़ने के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने 12 अगस्त को पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी। इसके बाद नियोक्ता को गिरफ्तार किया गया था।मुख्यमंत्री ने लड़की की अप्राकृतिक मृत्यु के मामले में दर्रांग जिले के तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया था। उन्होंने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश भी दिया था।