अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी, सेना, नौसेना और वायुसेना ने व्यापक भर्ती कार्यक्रम की घोषणा की |

अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी, सेना, नौसेना और वायुसेना ने व्यापक भर्ती कार्यक्रम की घोषणा की

अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाएगी, सेना, नौसेना और वायुसेना ने व्यापक भर्ती कार्यक्रम की घोषणा की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:23 PM IST, Published Date : June 19, 2022/7:59 pm IST

नयी दिल्ली, 19 जून (भाषा) व्यापक प्रदर्शन के बावजूद अग्निपथ भर्ती योजना वापस लेने से इनकार करते हुए सेना, नौसेना और वायुसेना ने नयी नीति के तहत भर्ती के लिए रविवार को विस्तृत कार्यक्रम प्रस्तुत किया और इस बात पर जोर दिया कि सशस्त्र बलों में उम्र संबंधी प्रोफाइल को घटाने के लिए इसे लागू किया जा रहा है।

सैन्य मामलों के विभाग के अवर सचिव लेफ्टिनेंट जनरल ए पुरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘अग्निवीरों’ के लिए पिछले कुछ दिनों के दौरान घोषित किए गए सहयोगपरक कदम प्रदर्शन एवं आगजनी की वजह से नहीं उठाये गये हैं बल्कि सरकार पहले से उनपर काम रही थी।

उन्होंने कहा कि इस योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जो युवा आगजनी एवं हिंसा में लिप्त हैं, वे सशस्त्र बलों की तीनों सेवाओं में नहीं शामिल हो पायेंगे क्योंकि किसी को भी सशस्त्र बलों में शामिल करने से पहले पुलिस सत्यापन प्रक्रिया चलायी जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘ सशस्त्र बलों में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं है। आगजनी एवं हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है । अग्निपथ के तहत जो भी सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहता है तो उसे इस बात का प्रमाणपत्र देना होगा कि वह किसी आगजनी का हिस्सा नहीं था।’’

जब लेफ्टिनेंट पुरी यह पूछा गया कि क्या सरकार प्रदर्शन के चलते इस योजना की समीक्षा या उसे वापस ले रही है तो उन्होंने कहा, ‘‘ नहीं, इसे वापस क्यों लिया जाना चाहिए?’’

रक्षा मंत्रालय में सशस्त्र बलों के तीनों सेवाओं की इस ब्रीफिंग से कुछ घंटे पहे रक्षा मंत्री ने लगातार दूसरे दिन रविवार को सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुखों के साथ बैठक की थी।

लेफ्टिनेंट पुरी ने कहा कि सशस्त्र बलों के उम्र संबंधी प्रोफाइल को घटाने का यह बड़ा सुधार कई सालों के विचार-विमर्श तथा विभिन्न देशों में भर्ती प्रक्रियाओं एवं सैनिकों के कार्यकाल का अध्ययन करने के बाद किया गया है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि करगिल समीक्षा समिति ने भी इस पर सुझाव दिया था ।

इस योजना के तहत ‘अग्निवीरों’ की भर्ती की नौसेना की योजना का विवरण देते हुए वाइस एडमिरल (कार्मिक) दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि नौसेना मुख्यालय 25 जून तक भर्ती के लिए व्यापक दिशानिर्देश जारी करेगा। उन्होंने कहा कि पहला बैच 21 नवंबर तक ओडिशा में आईएनएस चिलिका पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि नौसेना इस योजना के तहत पुरुषों एवं महिलाओं दोनों की भर्ती कर रही है।

‘अग्निपथ’ योजना के तहत लोगों की भर्ती की वायुसेना की योजना के बारे में एयर मार्शल एस के झा ने कहा कि पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून को शुरू होगी और भर्ती के पहले चरण के लिए 24 जुलाई को ऑनलाइन परीक्षा प्रारंभ होगी।

एयर मार्शल झा ने कहा, ‘‘हम रंगरूटों के पहले बैच का 30 दिसंबर तक प्रशिक्षण शुरू करने की योजना बना रहे हैं।’’

सेना की भर्ती योजना के बारे में लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा ने कहा कि सेना सोमवार को मसौदा अधिसूचना जारी करेगी और बाद की अधिसूचनाएं एक जुलाई से सेना की विभिन्न भर्ती इकाइयां जारी करेंगी।

उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत भर्ती रैलियां अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में पूरे देश में होंगी।

लेफ्टिनेंट जनरल पोनप्पा ने कहा कि 25,000 कर्मियों का पहला बैच दिसंबर के पहले एवं दूसरे सप्ताह में प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ेगा तथा दूसरा बैच 23 फरवरी के आसपास अपने प्रशिक्षण में शामिल होगा।

उन्होंने कहा कि करीब 40,000 कर्मियों के चयन के लिए देशभर में कुल 83 भर्ती रैलियां आयोजित की जाएंगी।

चार साल के कार्यकाल के बाद 75 फीसद ‘अग्निवीरों’ के सशस्त्र बलों से बाहर आने के प्रावधान का जिक्र करते हुए लेफ्टिनेंट पुरी ने कहा कि तीनों अंगों से हर साल 1,76,000 सैनिक समयपूर्व सेवानिवृति ले लेते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा नहीं है कि अग्निपथ योजना के तहत ही लोग (सेना से) बाहर आएंगे। ’’

मंगलवार को इस योजना का ऐलान करते हुए सरकार ने कहा था कि साढ़े 17 से 21 साल तक के युवाओं को चार साल के लिए सशस्त्रबलों में भर्ती किया जाएगा तथा बाद में उनमें से 25 फीसद को नियमित सेवा पर रख लिया जाएगा। इस तरह भर्ती होने वाले युवक ‘अग्निवीर’ कहलायेंगे।

दो साल तक सेना में भर्ती स्थगित रहने की पृष्ठभूमि में इस नयी योजना का ऐलान किया गया। वैसे सेना हर साल 50-60 हजार सैनिकों की भर्ती करती है। लेकिन पिछले दो सालों में कोविड-19 महामारी के चलते भर्ती नहीं हो पायी।

भाषा राजकुमार प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)