चंडीगढ़, 25 फरवरी (भाषा) अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने शनिवार को विरोध-प्रदर्शन स्थलों सहित ऐसे स्थानों पर गुरु ग्रंथ साहिब को ले जाने के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक समिति गठित की, जहां पवित्र पुस्तक की बेअदबी की आशंका है।
स्वयंभू सिख उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों द्वारा एक वाहन में गुरु ग्रंथ साहिब के ‘‘सरूप’’ (प्रति) को अजनाला थाने में ले जाने के दो दिन बाद सिखों के प्रमुख संगठन के जत्थेदार का यह फैसला आया है।
एक बयान के अनुसार, जत्थेदार ने विरोध स्थलों, प्रदर्शनों और ऐसी जगहों पर गुरु ग्रंथ साहिब को ले जाने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक उप-समिति का गठन किया, जहां सिखों के पवित्र ग्रंथ की बेअदबी होने की आशंका है।
यह समिति 15 दिन के भीतर अकाल तख्त को एक रिपोर्ट सौंपेगी।
भाषा शफीक वैभव
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