अमरनाथ यात्रा : पंजीकरण के लिए बैंक शाखाओं में कतारों में लगे श्रद्धालु |

अमरनाथ यात्रा : पंजीकरण के लिए बैंक शाखाओं में कतारों में लगे श्रद्धालु

अमरनाथ यात्रा : पंजीकरण के लिए बैंक शाखाओं में कतारों में लगे श्रद्धालु

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Modified Date: April 15, 2025 / 01:28 PM IST
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Published Date: April 15, 2025 1:28 pm IST

(फोटो के साथ)

जम्मू, 15 अप्रैल (भाषा) आगामी वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए ऑफलाइन पंजीकरण मंगलवार को शुरू हो गया और उत्साही तीर्थयात्री यहां निश्चित बैंक शाखाओं के बाहर कतार में खड़े दिखाई दिए, जिन्हें उम्मीद है कि तीर्थस्थल पर जाने वाले पहले जत्थे का हिस्सा बनने का उन्हें अवसर मिलेगा।

तीर्थयात्रा तीन जुलाई को दो मार्गों – दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन खड़ी चढ़ाई वाले बालटाल मार्ग से शुरू होने वाली है। 38 दिवसीय यात्रा नौ अगस्त को रक्षा बंधन के त्योहार के साथ समाप्त होगी।

वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रबंधन करने वाले श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने तीर्थयात्रियों के अग्रिम पंजीकरण के लिए देश भर में कुल 540 बैंक शाखाओं को नामित किया है। इसके अलावा एसएएसबी की वेबसाइट पर पंजीकरण के लिए ऑनलाइन सुविधा भी सोमवार से शुरू हुई है।

बोर्ड के अनुसार, 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी व्यक्ति और छह सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिलाओं को तीर्थयात्रा के लिए पंजीकृत नहीं किया जाएगा।

पंजाब नेशनल बैंक, रेहारी शाखा के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘आज सुबह अग्रिम यात्रा पंजीकरण शुरू हो गया और इच्छुक श्रद्धालु (पुरुष और महिला दोनों), वार्षिक तीर्थयात्रा को लेकर अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए सुबह से पहुंचने लगे हैं।’’

उन्होंने कहा कि यात्रा करने के इच्छुक सभी तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य है।

अग्रिम पंजीकरण की शुरुआत पर खुशी जाहिर करते हुए स्थानीय निवासी अजय मेहरा ने कहा कि वह इस दिन का इंतजार कर रहे थे ताकि वे प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग वाले मंदिर में सबसे पहले जा सकें।

श्रद्धालुओं द्वारा ‘बम बम बोले’ के नारों के बीच उन्होंने कहा कि मंदिर में आने के अनुभव को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

पिछले साल 5.12 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ में दर्शन किए, जो पिछले 12 वर्षों में तीर्थयात्रियों की सबसे अधिक संख्या थी।

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)