Vande Bharat: सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क! क्या सरकारें इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं? देखिए पूरी रिपोर्ट
Noida News: सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क! क्या सरकारें इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं? देखिए पूरी रिपोर्ट
Noida News | Photo Credit: IBC24
- सड़कों का टूटना और गड्ढों का बढ़ना
- महंगे निर्माण के बावजूद खराब सड़कें
- भ्रष्टाचार का शक
नई दिल्ली: Noida News बारिश आई और आफत लाई ये बात तो सही है लेकिन इस बारिश ने सरकार और प्रशासन के दावों की भी पोल खोलकर रख दी है। एमपी-यूपी ही नहीं बल्कि देश के कई हिस्सों से बारिश के चलते सड़कों के बर्बाद होने का मंजर अब आम हो चला है और अब तो हालात ये हैं कि सड़कों में गड्ढों के बढ़ते ग्राफ के चलते जनता ये कह रही है कि- सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है।
Noida News अब सड़कों में गड्ढे और गड्ढों में सड़क देखना कोई आम बात नहीं रह गई है। बारिश ने अपना हल्का रुख क्या दिखाया कि- सड़कें चकना चूर हो गईं। ये तस्वीर यूपी के नोयडा के सेक्टर-100 की है। जहां की सड़क धंसने के चलते लगभग 5 फीट गहरा और 8 फीट लंबा गड्ढा बन गया। शुरुआती जाँच में पता चला है कि- यह गड्ढा सीवेज या पानी की पाइपलाइन के लीक होने के कारण बना है। पाइपलाइन में लीकेज के कारण मिट्टी का कटाव हुआ जिससे सड़क धंस गई।
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बारिश के चलते सड़कों के गड्ढे में तब्दील होने की घटना केवल नोयडा से ही नहीं आई। बल्कि इसके पहले एमपी के इंदौर, यूपी के बनारस और ग्वालियर में भी सड़कों में बने गड्ढों ने खासी सुर्खियां बटोरी थी। जहां इंदौर के विजय नगर इलाके में मेघदूत गार्डन के सामने सड़क धंसने के चलते10 फीट गहरा गड्ढा हो गया था। वहीं बनारस के शिवपुर स्थित गिलट बाजार इलाके में सड़क धंसने के चलते तकरीबन 10 फीट गहरा गड्ढा बन गया था। बनारस की ये वीआईपी सड़क मानी जाती है और इसके आस-पास पुलिस चौकी भी मौजूद है। वहीं ग्वालियर की महल रोड के एक नहीं बल्कि 8 बार धंसने का मामला सामने आया और सड़क किसी बड़े गड्ढे या सुरंग में तब्दील हो गई।
कुछ ऐसा ही हाल मध्यप्रदेश के डिंडोरी में सामने आया। जहां बारिश के चलते करोड़ों रुपए खर्च कर बनाई गई सड़क के परखच्चे उड़ गए। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत भुरका गांव से गुजरने वाली सड़क पूरी तरह कट गई। जिसके चलते लोगों का आवागमन बंद हो गया।
कुलमिलाकर जिस तरह से बरसात केे आते ही सड़कों के उखड़ने और गड्ढों में तब्दील होने के मामले आ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों की सेहत पर कोई खास असर होता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सरकार और प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं, तो क्या सड़कें भ्रष्टाचार की शिकार होती जा रही हैं और सरकारें इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं? अगर इन गड्ढों के चलते कोई हादसा हो जाता तो उसका जिम्मेदार कौन होता? क्या इन सवालों के जवाब सरकारों के पास हैं?

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