JDU leader gave controversial statement on Dhirendra Krishna Shastri
Bageshwar Dham : बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री को नागपुर पुलिस ने अंधविश्वास और जादू टोना फैलाने के आरोपों में क्लीनचिट दे दी है। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की शिकायत के बाद नागपुर पुलिस ने इसकी जांच शुरू की, इन आरोपों की जांच पुलिस की ओर से की गई। पुलिस ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समारोह के 6 घंटे से अधिक के वीडियो फुटेज को खंगाले लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की शिकायत सही हो सके।
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इस मामले में नागपुर पुलिस ने जानकारी दी है कि पुलिस कोई भी संज्ञेय केस दर्ज नहीं करेगी, अमितेश कुमार ने कहा कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के संस्थापक संयोजक श्याम मानव को इसकी औपचारिक जानकारी दी जाएगी। नागपुर पुलिस ने 7 और 8 जनवरी को आयोजित दिव्य दरबार के 6 घंटे से ज्यादा के वीडियो फुटेज को देखा है, पुलिस कमिश्नर ने यह भी बताया कि धीरेंद्र कृष्ण महाराज के मामले में समिति कानूनी अधिकारों का इस्तेमाल करने के लिए स्वतंत्र हैं, वो कोर्ट में अपील कर सकते हैं।
गौरतलब है कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने बाबा के चमत्कार के दावों पर सवाल उठाए थे, समिति ने बाबा से महाराष्ट्र आकर उनके लोगों के बीच अपने चमत्कार सिद्ध करने को कहा है, हालांकि बाबा बागेश्वर उन्हें रायपुर आने की चुनौती दी थी लेकिन वे नहीं आए।
बता दें कि बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री को बाबा रामदेव, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, रामभद्राचार्य जैसी कई बड़ी हस्तियों का समर्थन मिला है। वहीं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरा ने बागेश्वर बाबा के चमत्कारों को लेकर सवाल उठाए हैं। विहिप वीएचपी केंद्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पर कहा कि ये धर्म-श्रद्धा का विषय है।