Bahanaga Train Accident News: कफ़न भी नसीब नहीं हो रहा लाशों को, हादसे के बाद अस्पतालों का ऐसा मंजर की देखकर काँप उठेगी आपकी भी रूह

Modified Date: June 3, 2023 / 03:00 pm IST
Published Date: June 3, 2023 2:40 pm IST

उड़ीसा: बालासोर में सामने आएं ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। बताया जा रहा हैं की मृतकों की संख्या 500 से भी अधिक हो सकती हैं क्योंकि घटनास्थल पर अब भी तीन सवारी बोगियां जस की तस मलबे के तौर पर पड़ी हुई हैं। (Bahanaga Train Accident News) गैस कटर, मशीनों के साथ बचावकर्मी बोगियां के भीतर दाखिल होने की कोशिश में हैं।

Bahanaga train accident: पीएम नरेंद्र मोदी ओडिशा के लिए रवाना, ट्रेन हादसे के मद्देनजर स्थिति की करेंगे समीक्षा

वही मौके पर हालत बेहद चौंकाने वाले हैं। बताया जा रहा हैं की अब आसपास के अस्पतालों में  लाशों को रखने की जगह भी कम पड़ती जा रही हैं। शवों को ढंकने के लिए कफ़न भी नहीं हैं। जो कपडे ट्रेन से बरामद किये गए हैं उनसे लाशों को ढंका जा रहा हैं। जो कोई भी यह मंजर अपनी आँखों से देख रहा हैं उसे भी विश्वास नहीं हो रहा हैं की आखिर इतने लोगो की मौत एक साथ कैसे मुमकिन हैं?

 ⁠

Banagaha Train Accident Story: ‘जाको राखे साईंया मार सके ना कोय’, 261 मौतों के बीच बिना खरोंच घर लौट आया ये परिवार, मना रहे भगवान का शुक्र

odisa balasore rail hadsa

राहत और बचावकर्मी लगातार शवों को ट्रेन से बाहर निकाल रहे हैं। सैकड़ों की संख्या में मौके पर एम्बुलेंस तैनात हैं जो उन लाशों को ढोने का काम कर रहे हैं। आलम ये हैं की अस्पतालों में अब उन लाशों को रखने के लिए जगह भी कम पड़ रही हैं। (Bahanaga Train Accident News) अब प्रशासन के सामने सबसे चुनौती उन लाशों की शिनाख्त करना और उन्हें उनके असली परिजनों को सौंपने की हैं बावजूद पहली प्राथमिकता घायलों को जल्द से जल्द उपचार मुहैया कराना हैं, ताकि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने से रोका जा सके।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

 


लेखक के बारे में

A journey of 10 years of extraordinary journalism.. a struggling experience, opportunity to work with big names like Dainik Bhaskar and Navbharat, priority given to public concerns, currently with IBC24 Raipur for three years, future journey unknown