चंडीगढ़, 15 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा अपने खिलाफ दर्ज एक प्राथमिकी के सिलसिले में मंगलवार को पुलिस के समक्ष पेश हुए।
बाजवा के खिलाफ उक्त प्राथमिकी उनके उस बयान को लेकर दर्ज की गई है कि ‘‘पंजाब में 50 बम पहुंच गए हैं।’’
कांग्रेस के पंजाब नेतृत्व ने पार्टी के वरिष्ठ नेता बाजवा का समर्थन किया और राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा और उस पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए राज्य पुलिस का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित पार्टी के अन्य नेता बाजवा के साथ मोहाली साइबर अपराध पुलिस थाने गए।
पुलिस थाने में केवल बाजवा और उनके वकील को ही जाने की अनुमति दी गई, जबकि नेताओं ने पुलिस थाने के बाहर धरना दिया और ‘आप’ सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बाजवा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 197(1)(डी) (देश की संप्रभुता और एकता को खतरे में डालने वाली गलत एवं भ्रामक सूचना) तथा 353(2) (दुश्मनी और नफरत या दुर्भावना पैदा करने के इरादे से गलत बयान) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले, कांग्रेस नेताओं ने पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाजवा के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज किये जाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना की और उन पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ पुलिस का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया।
बाजवा ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने के लिए मान पर निशाना साधा और कहा कि वह डरे नहीं हैं।
प्रदेश कांग्रेस का पूरा नेतृत्व बाजवा के समर्थन में उतर आया और उनके खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी की निंदा की। पार्टी नेताओं ने कहा कि वे बाजवा के साथ खड़े हैं।
सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित वरिष्ठ नेता बाजवा के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यहां पंजाब कांग्रेस मुख्यालय में एकत्र हुए। इन नेताओं में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के मौजूदा सांसद चरणजीत सिंह चन्नी और सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा शामिल थे।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख वडिंग ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ‘‘राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति’’ को लेकर ‘आप’ सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पंजाब में जंगल-राज है। उन्होंने दावा किया कि पंजाब पुलिस एक ‘‘कठपुतली’’ की तरह काम कर रही है और शक्तियों का ‘‘दुरुपयोग’’ कर रही है।
वडिंग ने कहा, ‘‘राज्य में रोजाना लूट और हत्या की घटनाएं हो रही हैं। हथगोले फेंके जा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था सुधारने के बजाय मौजूदा हालात पर चिंता जताने वाले विपक्षी पार्टी के नेताओं पर ही कार्रवाई की जा रही है। वडिंग ने कहा कि बाजवा के खिलाफ की गई कार्रवाई से पता चलता है कि मुख्यमंत्री ‘‘काफी अधीर’’ हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जतायी थी और उन्हें (बाजवा) एक अखबार की खबर के जरिए राज्य में बम होने के बारे में जानकारी मिली थी। वडिंग ने कहा कि बाजवा डरने वाले नहीं हैं।
‘आप’ द्वारा बाजवा पर पाकिस्तान से संबंध होने के आरोप लगाये जाने का जवाब देते हुए वडिंग ने कहा कि कांग्रेस नेता के पिता की हत्या कर दी गई थी जबकि वह एक बम हमले में बचे थे।
बाजवा ने मोहाली रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने जो मुद्दा उठाया है वह सभी को चिंतित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘आज हर पंजाबी परेशान है। धमाके हो रहे हैं। फिरौती के लिए फोन आ रहे हैं।’’
बाजवा ने ‘आप’ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें प्राथमिकी की एक प्रति अदालत जाने के बाद ही मिल सकेगी।
बाजवा के खिलाफ मामला मोहाली के साइबर अपराध पुलिस थाने में दर्ज किया गया है। उन्होंने एक निजी टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार में दावा किया था, ‘‘मुझे पता चला है कि 50 बम पंजाब पहुंच चुके हैं। इनमें से 18 फट चुके हैं और 32 अभी फटने बाकी हैं।’’
पंजाब पुलिस की एक टीम रविवार को बाजवा के आवास पर पहुंची और इस मामले के संबंध में उनसे पूछताछ की।
पुलिस ने बाजवा को जारी किए गए एक समन में उन्हें उनके खिलाफ दर्ज मामले के सिलसिले में सोमवार दोपहर को मोहाली के पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होने के लिए कहा था। हालांकि, बाजवा ने सोमवार को पेश होने में असमर्थता जताते हुए कहा था कि उन्हें समन रविवार देर रात मिला।
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