जेकेएलएफ के संस्थापक मकबूल भट की मौत की 37वीं बरसी पर कश्मीर में बंद से जनजीवन प्रभावित

जेकेएलएफ के संस्थापक मकबूल भट की मौत की 37वीं बरसी पर कश्मीर में बंद से जनजीवन प्रभावित

जेकेएलएफ के संस्थापक मकबूल भट की मौत की 37वीं बरसी पर कश्मीर में बंद से जनजीवन प्रभावित
Modified Date: November 29, 2022 / 08:17 pm IST
Published Date: February 11, 2021 7:34 am IST

श्रीनगर, 11 फरवरी (भाषा) जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट की मौत की 37वीं बरसी पर बंद के कारण कश्मीर में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। 1984 में इसी दिन भट को नयी दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में ज्यादातर दुकानें, पेट्रोल पंप और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे, जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों से लगभग दूर ही रहे।

हालांकि उन्होंने कहा, शहर में निजी कारें, ऑटो-रिक्शा और कैब चल रहे हैं।

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अधिकारियों ने बताया कि घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों से भी बंद की इसी तरह की रिपोर्ट मिली है।

अधिकारियों ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए शहर और अन्य जगहों के संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) ने 9 और 11 फरवरी को संसद हमले के दोषी मोहम्मद अफजल गुरु और उसके संस्थापक भट की मौत की सालगिरह के मौके पर घाटी में पूर्ण बंद का आह्वान किया था।

इसके अलावा, शहर के कुछ इलाकों में हुर्रियत कांफ्रेंस द्वारा कथित तौर पर जारी किए गए पोस्टर दिखाई दिए, जिसमें मंगलवार और बृहस्पतिवार को बंद का आह्वान किया गया था।

हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि पोस्टर की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की जा सकी है।

अफजल गुरु को 9 फरवरी, 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी, जबकि भट को 1984 में 11 फरवरी को फांसी दी गई थी। दोनों को जेल परिसर के अंदर दफनाया गया था।

भाषा कृष्ण नीरज

नीरज


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