Bank New Rules 2025: 1 नवंबर 2025 से बैंक में 4 नॉमिनी! अकाउंट होल्डर की मृत्यु के बाद बैंक करेगा पैसे का बंटवारा! नए नियम लागू..
1 नवंबर 2025 से बैंकों में लागू हुए नए नियम! पहले बैंकों के नियमों में केवल एक नॉमिनी की अनुमति थी, परन्तु अब..? आईये आपको बताते हैं विस्तार से..
Bank New Rules 2025
Bank New Rules 2025: भारत के संयुक्त परिवारों में एक कड़वी सच्चाई रही है, जब घर का मुखिया चला जाता है, तो बैंक खाते का पैसा अक्सर रिश्तों को तोड़ने का हथियार बन जाता है। परिवार का आधार स्तंभ जब चला जाता है, तो पीछे छूटे धन-दौलत का बँटवारा अक्सर आग की तरह सुलग उठता है। भारत जैसे देश में, जहाँ संयुक्त परिवार अभी भी प्रचलित हैं, बैंक खातों के पैसे को लेकर भाई-बहनों के बीच विवाद कोई नई बात नहीं। कोर्ट के केस, सालों की कानूनी जद्दोजहद, और अंत में टूटते रिश्ते, ये सब पुरानी कहानियाँ थीं। लेकिन अब 1 नवंबर 2025 से लागू बैंकिंग लॉज (संशोधन) अधिनियम, 2025 ने इस दर्दनाक प्रक्रिया को हमेशा के लिए बदल दिया है। अब बैंक खातों में नामांकन (नॉमिनी) केवल एक नहीं, बल्कि चार तक हो सकते हैं, और हर नामांकित का हिस्सा पहले से तय! और हर एक का हिस्सा प्रतिशत (%) में पहले से तय होगा। इसका मतलब? मृत्यु के 7 दिन के अंदर बैंक सीधे हिस्से ट्रांसफर कर देगा – बिना कोर्ट, बिना वकील, बिना आंसुओं के!
Bank New Rules 2025: नए नियमों की मुख्य विशेषताएँ
पुराने नियमों में सिर्फ एक नॉमिनी की अनुमति थी, जिससे बाकी उत्तराधिकारी कानूनी जंग लड़ने को मजबूर होते थे। कई मामलों में तो ₹10-15 लाख के लिए 6-7 साल कोर्ट केस चलते थे। लेकिन नए कानून के तहत अब 4 नॉमिनी तक नामांकित कर सकते हैं, कुल 100% में से प्रत्येक को 25%, 30%, 20% जैसा हिस्सा दे सकते हैं। क्रम अकाउंट होल्डर तय करेगा कि किसे कितना प्रतिशत हिस्सा देना है। इससे शेयर पहले से तय होने से कोर्ट केस 90% तक कम हो जाएँगे।
Bank New Rules 2025: नए नियम दो तरह के नॉमिनी की सुविधा देते हैं।
पहला है ‘समवर्ती नॉमिनी’ (Concurrent): सभी चार नॉमिनी एक साथ सक्रिय रहते हैं और अपने हिस्से के पैसे तुरंत ले सकते हैं। ये मुख्य रूप से जमा खातों (सेविंग्स, FD, RD) के लिए है।
दूसरा है ‘उत्तराधिकारी नॉमिनी’ (Successive): पहला नॉमिनी मरने के बाद ही दूसरा सक्रिय होता है। ये खातों और सेफ्टी लॉकर दोनों के लिए उपलब्ध है। लॉकर में गहने, प्रॉपर्टी पेपर या सोना होता है, जिसे बाँटना मुश्किल है, इसलिए यहाँ सिर्फ उत्तराधिकारी नॉमिनी ही लागू होता है।
क्या करें आज?
– अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाएँ, नया नॉमिनेशन फॉर्म भरें। पुराना नॉमिनी रद्द करके नया जमा करें।
– अगर वसीयत है, तो नॉमिनी उसी के अनुसार रखें।
– SBI, HDFC, PNB, ICICI आदि सभी बैंकों ने ये सुविधा शुरू कर दी है।
– RBI ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई बैंक इसे टाल नहीं सकता। याद रखें कि मृत्यु अनिश्चित है, लेकिन प्लानिंग आपके हाथ में है।
आज ही 4 नॉमिनी अपडेट करें, और अपने बच्चों को 10 साल की कानूनी लड़ाई से बचाएँ। ये नया कानून सिर्फ पैसा नहीं, परिवार की एकता बचा रहा है, क्यूंकि अब “परिवार टूटेगा नहीं, बँटेगा सिर्फ पैसा”!
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