Desh Ki Baat: मोदी की ललकार, इस बार आर-पार! 'मिट्टी में मिलेंगे पहलगाम के गुनहगार', देखें पूरी रिपोर्ट |

Desh Ki Baat: मोदी की ललकार, इस बार आर-पार! ‘मिट्टी में मिलेंगे पहलगाम के गुनहगार’, देखें पूरी रिपोर्ट

Desh Ki Baat: मोदी की ललकार, इस बार आर-पार! 'मिट्टी में मिलेंगे पहलगाम के गुनहगार', देखें पूरी रिपोर्ट

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Modified Date: April 24, 2025 / 11:52 PM IST
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Published Date: April 24, 2025 11:48 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सिंधु जल समझौते को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू, यह अब तक का सबसे बड़ा कूटनीतिक कदम माना जा रहा है।
  • सीमा चौकियों को बंद करने के निर्देश जारी, पाकिस्तान से भारत आने वाले नागरिकों की जांच तेज।
  • सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक, सभी राजनीतिक दलों ने राष्ट्रीय एकता का प्रदर्शन करते हुए सरकार का समर्थन किया।

नई दिल्ली: Desh Ki Baat 22 अप्रैल मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आंतकी हमले में पूरे देश को झकझोर कर रख दिया, 28 सैलानियों की मौत के शोक और आक्रोश से पूरा देश उबल पड़ा। इस गुस्से और संताप को भांपकर सरकार ने भी वो किया जो इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। 24 घंटे के भीतर पाकिस्तान पर 5 बड़े-कड़े प्रतिबंध लगा दिए। जाहिर है पाकिस्तान को भी कुछ करना था सो उसने भी कुछ जवाबी प्रतिबंधों का ऐलान किया, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया है कि इस बार केवल प्रतिबंधों मात्र पर बात नहीं रुकेगी। होता तो पूरा हिसाब, तैयारी अब आतंकी आकाओं पर पूर्ण विराम लगाने की है।

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Desh Ki Baat पहलगाम में आतंकी अटैक के बाद अब आतंकियों और उनके आकाओं की खैर नहीं, इसके लिए भारत किस दिशा में आगे बढ़ रहा है। गुरूवार की ये 3 तस्वीरें उसी को दर्शाती हैं। दरअसल, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में अब तक के सबसे बर्बर आतंकी हमले में 28 निर्दोष, निहत्थे आम लोगों की हत्या से पूरा देश गुस्से से उबल रहा है। आक्रोश का आलम ये कि दिल्ली में पाकिस्तानी दूतावास को आमलोगों ने घेरकर पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

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बुधवार को CCS की मीटिंग के बाद भारत ने आतंकियों को पनाह देने वाले पड़ोसी पाकिस्तान पर अब तक का सबसे बड़ा कदम उठाते हुए, 5 कड़े प्रतिबंध लगा दिए, जिसमें सबसे अहम है 1960 की सिंधु जल समझौता रद्द करना। भारत के रूख से पाकिस्तान में खलबली है, पाकिस्तान ने आनन-फानन में नेशनल सिक्योरिटी कमेटी मीटिंग के बाद भारत से 1972 के शिमला समझौता समेत सभी द्विपक्षीय समझौतों को रद्द करने, तत्काल वाघा बार्डर बंद करने, भारत के लिए पाकिस्तान एयर स्पेस बंद करने और भारत से सारे व्यापार रोकने का ऐलान किया। हालांकि, इस बार भारत की जनता के मन के मुताबिक PM मोदी खुद बिहार के मधुबनी में खुली सभा में, मंच से हिंदी और अंग्रेजी में दो टूक ऐलान कर चुके हैं कि आतंकियों और उनके आकाओं को धरती के आखिरी छोर तक भी नहीं छोड़ेंगे।

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वैसे, बुधवार को भारत ने जो 5 प्रतिबंध पाकिस्तान पर लगाए, गुरूवार सुबह से उन पर बेहद तेजी से अमल शुरू कर दिया है। बार्डर चेक पोस्ट बंद करने के आदेश जारी हो चुके हैं, उच्चायोग से पाक नागरिकों की लिस्ट मांगवा ली गई है, देश के गृहमंत्री अमित शाह और विदेशमंत्री एस जयशंकर राष्ट्रपति जी को पहलगाम हमले को लेकर पूरी जानकारी दी है, साथ ही सरकार ने गुरूवार शाम सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी पार्टियों को मौजूदा हालात और कदमों की जानकारी साझा की। सभी दलों ने देश के मूड को भांपते हुए एक स्वर में सरकार के साथ खड़े होने का दावा किया है।

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कुल मिलाकर सरकार के एक्शन्स से साफ है कि इस बार कोई समझौता नहीं, इस बार कोई दलील नहीं, इस बार कोई अपील नहीं। होगा तो बस फायनल हिसाब। अब तो बस इंतजार है। जगह और फायनल एक्शन का।

पहलगाम आतंकी हमले में क्या हुआ था?

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास आतंकियों ने पर्यटकों पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें 28 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए।

भारत ने पाकिस्तान पर कौन-कौन से प्रतिबंध लगाए हैं?

भारत ने 5 बड़े प्रतिबंध लगाए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौते को रद्द करना, वाघा बॉर्डर को बंद करना, पाकिस्तानियों की वीज़ा प्रक्रिया रोकना, उच्चायोग से नागरिकों की लिस्ट तलब करना और व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगाना शामिल हैं।

क्या सिंधु जल समझौता रद्द किया जा सकता है?

भारत ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है, हालांकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संवेदनशील मुद्दा है और इसके कानूनी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।