Bihar Vidhan Sabha Result 2025
Bihar Vidhan Sabha Result 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना शुरू हो चुकी है।शुरुआती रुझानों में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। आज तय हो जाएगा कि बिहार की गद्दी पर कौन बैठने वाला है। राज्य की 243 सीटों के लिए हुए दो चरणों में पड़े वोटों की गिनती 46 केंद्रों पर हो रही है। नीतीश कुमार ने पूरे जोश-ओ-खरोश के साथ जीत का दम भरा है, तो वहीं तेजस्वी यादव ने भी 18 नवंबर को शपथ लेने का दावा किया है।
Bihar Vidhan Sabha Result 2025 : भारतीय चुनाव आयोग के आधिकारिक पार्टी-वार रुझानों के मुताबिक, जेडी(यू) सबसे बड़ी पार्टी बनने जा रही है। शुरूआत में बीजेपी आगे थी लेकिन अब जेडी(यू) 82 सीटों पर आगे चल रही है, उसके बाद बीजेपी 78 और आरजेडी 35 सीटों पर आगे है। लोजपा (रामविलास) 22 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस 7 सीटों पर आगे है। हमस को 4, सीपीआई(एमएल) को 2 और अन्य तथा निर्दलीय उम्मीदवारों को 6 सीटों पर बढ़त मिली है। अब तक कुल 237 सीटों के रुझान सामने आ गए हैं।
बिहार में कांग्रेस की हालत काफी खराब है, कांग्रेस मात्र 7 सीटों पर आगे हैं। जिनकी सूची नीचे दी गई है।
वैशाली की राघोपुर सीट पर पहले दौर की मतगणना में आरजेडी के तेजस्वी यादव को 4,463 वोट मिले हैं। जबकि बीजेपी के सतीश राय को 3,570 वोट मिले। आरजेडी के गढ़ में तेजस्वी यादव फिलहाल 893 वोटों से आगे चल रहे हैं।
चुनाव आयोग के शुरुआती रुझानों के मुताबिक, सिंगर और बीजेपी उम्मीदवार मैथिली ठाकुर अलीनगर सीट से अपने राजद प्रतिद्वंद्वी बिनोद मिश्रा से 1,826 वोटों से आगे चल रही हैं। ठाकुर 7,637 वोटों से आगे चल रही हैं, जबकि मिश्रा 4,633 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
बिहार की लखीसराय सीट से कांग्रेस के अमरेश कुमार आगे चल रहे हैं, जबकि सूबे के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा फिलहाल पीछे चल रहे हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, अमरेश कुमार 2,852 वोटों के साथ आगे हैं, जबकि सिन्हा 2,773 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बीजेपी बिहार में वापसी कर रही है और पश्चिम बंगाल में पार्टी सरकार बनाने की कतार में है। बिहार विधानसभा चुनावों की मतगणना के बीच, गिरिराज सिंह ने कहा है कि “बिहार की जीत हमारी है, अब बंगाल की बारी है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम बंगाल भी जीतेंगे, वहां अराजकता की सरकार है। तेजस्वी यादव ने तो चुनाव आयोग से प्रमाणपत्र लिए बिना ही 18 तारीख तय कर दी थी, उन्हें रांची और आगरा से लौटा हुआ कहा जाएगा।” उनका यह अनुमान ऐसे वक्त में आया है, जब एनडीए बिहार चुनावों में भारी जीत की ओर बढ़ रहा है।