Bilaspur Bus Tragedy Death Toll: बिलासपुर भूस्खलन-बस हादसे में मरने वालों की संख्या 16 तक पहुंची.. सेना के जवान का पूरा परिवार ख़त्म, रेस्क्यू अभियान पूरा

बिलासपुर के एसपी संदीप धवल ने कहा कि स्थानीय निवासियों ने दोनों बच्चों को बचाने में मदद की। उन्होंने कहा, "इस घटना की सूचना मिलने पर, हमने अपनी पुलिस बचाव टीम, होमगार्ड बचाव दल और अग्निशमन विभाग की गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा।

Bilaspur Bus Tragedy Death Toll: बिलासपुर भूस्खलन-बस हादसे में मरने वालों की संख्या 16 तक पहुंची.. सेना के जवान का पूरा परिवार ख़त्म, रेस्क्यू अभियान पूरा

Bilaspur Bus Tragedy Death Toll || Image- IBC24 News File

Modified Date: October 9, 2025 / 07:05 am IST
Published Date: October 9, 2025 7:05 am IST
HIGHLIGHTS
  • सेना के जवान का पूरा परिवार खत्म
  • 16 लोगों की मौत की पुष्टि
  • रेस्क्यू अभियान पूरा, दो बच्चे बचाए गए

Bilaspur Bus Tragedy Death Toll: बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में एक प्राइवेट बस के भूस्खलन में दुर्घटनाग्रस्त होने से मरने वालों की संख्या 16 हो चुकी है। इस दुखद हादसे में सेना में तैनात विपिन कुमार और उनके भाई का परिवार भी ख़त्म हो गया है। हादसे में फागोग गांव निवासी विपिन कुमार की पत्नी अंजना, सात वर्षीय बेटा नक्ष, चार वर्षीय आरव और उनके भाई राजकुमार की पत्नी कमलेश की मौत हो गई। परिवार के सभी चार सदस्यों का अंतिम संस्कार बुधवार को किया गया।

जश्न के बाद लौट रहे थे घर

मंगलवार को कैंची मोड़ स्थित कमलेश के मायके में एक समारोह था। दोनों ननदें अपने बच्चों के साथ कार्यक्रम में शामिल होने कमलेश के घर गईं। अपने मायके से खुशी का जश्न मनाकर लौट रहा परिवार अचानक शोक में डूब गया।

एक ग्रामीण ने बताया कि, “इस हादसे में दो ननदों और दो बच्चों की मौत हो गई । वे एक पारिवारिक समारोह से लौट रहे थे। बरथी गांव के पास बस भूस्खलन की चपेट में आ गई थी। उनके अलावा 12 अन्य लोगों की मौत हो गई। विपिन कुमार सेना में काम करते हैं और उन्होंने अपनी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई है। एक बच्चा चार साल का और दूसरा सात साल का था। इसी तरह उनके भाई राजकुमार के पत्नी ने भी अपनी जान गँवा दी।

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16 हुआ मौतों का आंकड़ा

Bilaspur Bus Tragedy Death Toll: बता दें कि, बिलासपुर में मंगलवार को अचानक भूस्खलन के कारण हुई बस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बुधवार को लापता बच्चे का शव मिलने के साथ ही 16 हो गई है। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले की झंडुत्ता तहसील में मंगलवार शाम लगभग 6:40 बजे भयंकर भूस्खलन हुआ था। इसमें एक प्राइवेट बस चपेट में आ गई थी। यह बस मरोतन -घुमारवीं मार्ग पर आगे बढ़ रही थी। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए यात्रियों में 11 पुरुष, चार महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में दो बच्चों को मामूली चोटें आईं और उनका इलाज एम्स बिलासपुर में इलाज चल रहा है। उन्हें आज सुबह छुट्टी दे दी गई।

25,000 रुपये की तत्काल राहत

सभी मृतकों के शवों की पहचान कर ली गई है और उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया गया है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को 25,000 रुपये की तत्काल राहत प्रदान की गई है। अधिकारियों ने बताया कि एसडीआरएफ के तहत आगे की सहायता की प्रक्रिया चल रही है।

Bilaspur Bus Tragedy Death Toll: बिलासपुर के एसपी संदीप धवल ने कहा कि स्थानीय निवासियों ने दोनों बच्चों को बचाने में मदद की। उन्होंने कहा, “इस घटना की सूचना मिलने पर, हमने अपनी पुलिस बचाव टीम, होमगार्ड बचाव दल और अग्निशमन विभाग की गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा। स्थानीय लोगों ने इस घटना में बहुत मदद की और दो बच्चों को बचाया।” यह दुखद हादसा उस समय हुआ जब पहाड़ी इलाके से यात्रियों को ले जा रही एक निजी बस भारी बारिश के बाद अचानक गिरे मलबे की चपेट में आ गई।

4 लाख रुपये का मुआवजा

प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुखिविंदर सिंह सुक्खू दुर्घटना पर दुख व्यक्त किय़ा है। इसके साथ ही सीएम सुक्खू ने बिलासपुर में बस हादसे में मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि बिलासपुर में बहुत दुखद घटना हुई। इस घटना की सूचना जैसे ही प्रशासन से सूचना मिली और मंत्री राजेश धर्माणी जी ने सूचित किया तो तत्काल हमारी सरकार ने कार्रवाई की। दुर्घटनास्थल पर पोकलेन और जेसीबी लगाई गई। मलबे से आज सुबह एक बॉडी मिली है। हमने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री जी से बात की और अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव छोड़कर फौरन दुर्घटनास्थल पर जाने को कहा। इस हादसे में जिन लोगों की जान गई है, उनके परिजनों को 4 लाख रुपए देने की बात कही है। मुआवजे से इन घावों को नहीं भरा जा सकता है, लेकिन आर्थिक मदद के तौर पर ये राशि परिजनों को दी जा रही है।

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