जीवविज्ञानियों के सर्वेक्षण में एनएनटीआर में लगभग 50 भारतीय विशाल उड़ने वाली गिलहरियां पाई गईं

जीवविज्ञानियों के सर्वेक्षण में एनएनटीआर में लगभग 50 भारतीय विशाल उड़ने वाली गिलहरियां पाई गईं

जीवविज्ञानियों के सर्वेक्षण में एनएनटीआर में लगभग 50 भारतीय विशाल उड़ने वाली गिलहरियां पाई गईं
Modified Date: March 30, 2025 / 09:02 pm IST
Published Date: March 30, 2025 9:02 pm IST

गोंदिया, 30 मार्च (भाषा) जीवविज्ञानियों की एक टीम के नेतृत्व में गोंदिया के ‘नवेगांव नागजीरा टाइगर रिजर्व’ (एनएनटीआर) में किए गए निगरानी अभियान में करीब 50 भारतीय विशाल उड़ने वाली गिलहरियों की मौजूदगी पाई गई है। एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि इससे अधिकारियों को उनके संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाने में मदद मिलेगी।

अधिकारियों ने बताया कि यद्यपि यह जीव ‘अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ’ (आईयूसीएन) की ‘सबसे कम चिंता’ की श्रेणी में है लेकिन आवास की कमी, क्षरण और शिकार के कारण इसकी संख्या प्रभावित हुई है।

एनएनटीआर के उप निदेशक पवन जेफ ने कहा, ‘‘फरवरी में जीवविज्ञानियों की एक टीम को चौथे चरण की निगरानी के दौरान हमें लगभग 50 गिलहरियों की मौजूदगी का पता चला। इस तरह के सर्वेक्षण से हमें इनके संरक्षण और सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने में मदद मिलेगी।’’

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उन्होंने बताया कि इस प्रकार की गिलहरियां मूल रूप से चीन, भारत, लाओस, म्यांमा, श्रीलंका, ताइवान, थाईलैंड और वियतनाम में पाई जाती हैं।

भाषा शोभना नरेश

नरेश


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