बीजद ने केंदू पत्ता और हथकरघा उत्पादों पर जीएसटी में पूरी तरह छूट दिए जाने की मांग की

बीजद ने केंदू पत्ता और हथकरघा उत्पादों पर जीएसटी में पूरी तरह छूट दिए जाने की मांग की

बीजद ने केंदू पत्ता और हथकरघा उत्पादों पर जीएसटी में पूरी तरह छूट दिए जाने की मांग की
Modified Date: September 4, 2025 / 07:26 pm IST
Published Date: September 4, 2025 7:26 pm IST

भुवनेश्वर, चार सितंबर (भाषा) ओडिशा की मुख्य विपक्षी पार्टी – बीजू जनता दल (बीजद) ने केंदू पत्ता और हथकरघा उत्पादों पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में पूरी तरह छूट दिए जाने की बृहस्पतिवार को मांग की।

बीजद ने केंद्र से जीएसटी दरों में बदलाव के कारण प्रति माह 1,000 करोड़ रुपये के अनुमानित राजस्व नुकसान की भरपाई करने को भी कहा।

यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बीजद के वरिष्ठ नेताओं देबी प्रसाद मिश्र और निरंजन पुजारी ने कहा कि हालांकि हथकरघा उत्पादों पर जीएसटी 18 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया है, लेकिन केंदू पत्ता संग्रहण में लगे आदिवासी और दलित लोगों के व्यापक हित में इसे जीएसटी से पूरी तरह छूट दी जानी चाहिए।

 ⁠

बीजद नेताओं ने कहा कि वे 2018 से केंदू पत्ते और हथकरघा उत्पादों पर जीएसटी में पूरी तरह छूट दिए जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया है।

उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर यही अनुरोध किया था। हालांकि, इसे स्वीकार नहीं किया गया।

केंदू पत्ता पर जीएसटी दर को 18 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है, लेकिन बीजद का तर्क है कि इस कटौती से केंदू पत्ता एकत्र करने वाले लोगों को कोई खास फायदा नहीं होगा।

पूर्व वित्त मंत्री पुजारी ने कहा कि बीजद ने केंदू पत्तों की तरह ही हथकरघा क्षेत्र में भी बुनकरों के हितों को ध्यान में रखते हुए जीएसटी छूट की लगातार मांग की है।

उन्होंने कहा, ‘‘जहां पावरलूम पर उद्योगपतियों का दबदबा है, वहीं हथकरघा उत्पाद गरीब बुनकरों द्वारा तैयार किए जाते हैं जो विभिन्न प्रकार की सूती और रेशमी साड़ियां बनाते हैं। ये कारीगर आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग से आते हैं, और इन्हें प्रोत्साहित करने और समर्थन देने के लिए जीएसटी में छूट की मांग लंबे समय से की जा रही है।’’

भाषा यासिर अविनाश

अविनाश


लेखक के बारे में