चेन्नई, 14 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता और पूर्व राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु में उनकी पार्टी और ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के बीच गठबंधन अवसरवादी नहीं बल्कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) को सत्ता से बाहर करने का एक समझौता है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन के माध्यम से दोनों दलों ने ‘जनविरोधी’ द्रमुक को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया है।
तमिलिसाई ने यहां मीडिया से बातचीत के दौरान पूछा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन हमारे गठबंधन को अवसरवादी गठबंधन कहते हैं। मैं पूछना चाहती हूं कि क्या कांग्रेस के साथ उनका गठबंधन अवसरवादी नहीं है, जो श्रीलंका में ईलम युद्ध के अंतिम चरण में कई लाख तमिलों की हत्याओं को रोकने में विफल रही?”
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 11 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा घोषित गठबंधन में भाजपा-अन्नाद्रमुक के समझौते की वैचारिक स्पष्टता का अभाव करार देते हुए गठबंधन की आलोचना की थी, जिसपर तमिलिसाई जवाब दे रही थीं।
अन्नाद्रमुक महासचिव ई.के. पलानीस्वामी ने पहले ही इस आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि यह गठबंधन तमिलनाडु की प्रगति और समृद्धि के लिए एक साझा दृष्टिकोण पर बनाया गया है।
पूर्व राज्यपाल ने कहा कि अन्नाद्रमुक के साथ भाजपा का चुनावी गठबंधन द्रमुक की तरह अवसरवादी नहीं बल्कि सत्तारूढ़ सरकार को हराने का अवसर बनाने के लिए बनाया गया है।
उन्होंने द्रमुक पर ‘जन-विरोधी, महिला-विरोधी, दलित-विरोधी और पूरी तरह से तमिलनाडु के लोगों के विरोधी’ होने का आरोप लगाया।
भाजपा नेता ने कहा, “राज्य में कमल दो पत्तियों के साथ खिलेगा।”
उन्होंने अभिनेता से राजनेता बने टीवीके नेता विजय की खिल्ली उड़ाई और कहा कि शायद टीवीके उपविजेता बनकर दौड़ पूरी करने में सफल हो जाएं।
विजय ने कहा था कि 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव का मुकाबला केवल द्रमुक और उनकी पार्टी के बीच है।
भाषा जितेंद्र संतोष
संतोष
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)