रास में भाजपा ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के सोरोस से कथित संबंध का लगाया आरोप, विपक्षी दल का इंकार

रास में भाजपा ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के सोरोस से कथित संबंध का लगाया आरोप, विपक्षी दल का इंकार

  •  
  • Publish Date - December 9, 2024 / 05:01 PM IST,
    Updated On - December 9, 2024 / 05:01 PM IST

नयी दिल्ली, नौ दिसंबर (भाषा) राज्यसभा में सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके शीर्ष नेताओं के तार अमेरिकी उद्योगपति जार्ज सोरोस के धन से चलने वाली विभिन्न संस्थाओं से जुड़े हैं और वे उनके विमर्श को आगे बढ़ाकर भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इन आरोपों को ‘सरासर गलत’ करार देते हुए कहा कि आरोप लगा रहे लोग ‘खुद गद्दारी’ करते हैं।

राज्यसभा में आज सत्ता पक्ष के सदस्यों ने सोरोस के मुद्दे पर चर्चा कराये जाने की मांग करते हुए हंगामा और नारेबाजी की जिसके कारण सदन की कार्यवाही तीन बार के स्थगन के बाद अपराह्न करीब तीन बजकर दस मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।

हंगामे के दौरान नेता सदन जे पी नड्डा ने सभापति जगदीप धनखड़ की अनुमति से अपनी बात रखते हुए कहा कि जिस तरह से घटनाएं घटी हैं और जिस तरह से चर्चाएं हो रही हैं, वह ‘हमारे सदस्यों को बहुत उद्धेलित कर रही हैं’।

नड्डा ने कहा कि देश की सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने मीडिया में छपी खबरों का हवाला देते हुए कहा कि ‘फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसेफिक’ का संबंध जिस प्रकार से जार्ज सोरोस के साथ सामने आता है, जो बहुत चिंताजनक है और ‘जिसकी सह अध्यक्षा हमारे ही सदन की एक वरिष्ठ सदस्य हैं’।

उन्होंने दावा किया कि ‘फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसेफिक’ जम्मू-कश्मीर को एक अलग देश के रूप में देखता है। उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह भी है कि इस फोरम का वित्तीय सहयोग तंत्र राजीव गांधी ट्रस्ट से भी जुड़ता है।

भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘‘यह (फोरम) भारत की छवि को धूमिल करता है और हमारे सुरक्षा तंत्र पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। जिस प्रकार कांग्रेस देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करती है, उससे देश चिंतित है। इसलिए हमारे लोग चाहते हैं कि इस विषय पर चर्चा हो।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता विदेश में जाते हैं और वहां भी वही भाषा बोलते हैं जिसे जार्ज सोरोस प्रचारित करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘जार्ज सोरोस के कोष से चलने वाले फोरम या फाउंडेशन जिस बात का प्रचार करते हैं, उनको कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उठाते हैं और देश को अस्थिर करने के लिए उन बातों को दोहराते हैं।’’

भाजपा प्रमुख ने कहा कि यह देश की भीतरी एवं बाह्य सुरक्षा से जुड़ा मामला है और इसीलिए उनकी पार्टी के सदस्य इस पर विस्तार से चर्चा चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में जिस प्रकार सरकार विकसित भारत के संकल्प को आगे बढ़ा रही है, उससे जार्ज सोरोस और उनका फाउंडेशन काफी चिंतित है। उन्होंने कहा कि सोरोस विभिन्न संगठनों के माध्यम से भारत में अस्थिरता लाना चाहते हैं और कांग्रेस उसका ‘टूल..शस्त्र’ बन रही है।

इसके बाद सभापति धनखड़ ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को बोलने का मौका दिया। खरगे ने नड्डा द्वारा लगाये गये आरोपों को पूरी तरह से असत्य करार देते हुए पलटवार किया कि ये लोग खुद ‘गद्दारी’ करते हैं एवं अंग्रेजों के एजेंट हैं।

इससे पहले, भाजपा के राधामोहन दास अग्रवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के लोग किस प्रकार से बहुराष्ट्रीय कंपनियों और अमेरिकी उद्योगपति जॉर्ज सोरोस की मदद से अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के एजेंट बनकर इस देश में विखंडन पैदा करना चाहते हैं।

विपक्ष के नेता खरगे ने सत्ताधारी दल के सदस्यों की ओर से हंगामा किए जाने पर आपत्ति जताई और कहा कि किसी सदस्य पर आरोप लगाना उचित नहीं है, खासकर तब जबकि वह सदन में उपस्थित ना हों।

भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सत्ता पक्ष की ओर से किसी भी सदस्य का नाम नहीं लिया गया है और नेता प्रतिपक्ष की टिप्पणी से पता चलता है कि उन्होंने स्वत: स्वीकार किया है कि ‘वह’ सदन में अनुपस्थित सदस्यों में से ही कोई हैं।

कांग्रेस के राजीव शुक्ला ने आसन से सवाल किया कि सत्ताधारी दल के सदस्यों को किस नियम के तहत बोलने की इजाजत दी जा रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘ये अपनी सारी बातें रख रहे हैं। इनके माइक भी खुले रहते हैं। इनके फोटो भी (राज्यसभा टीवी पर) दिखाए जा रहे हैं। यह बिल्कुल गलत है। शोरगुल और हल्ला नहीं दिखाया जाता है लेकिन इनका दिखाया जा रहा है।’’

कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार अदाणी को बचाना चाहती है, इसलिए यह सब किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘अदाणी की चोरी को बचाने के लिए यह सब किया जा रहा है।’’

कांग्रेस के ही दिग्विजय सिंह ने सभापति पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए सवाल किया कि किस नियम के तहत उन्होंने इस मुद्दे पर चर्चा शुरु की है।

भाषा माधव ब्रजेन्द्र

माधव ब्रजेन्द्र अविनाश

अविनाश