बेंगलुरु, 10 फरवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने सोमवार को असंतुष्ट भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को एक नया कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे पूछा कि ‘आश्वासन देने के बाद भी उसका उल्लंघन करने’ पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए।
यतनाल ने भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पाके खिलाफ बगावत कर दिया है।
यतनाल को भेजे पत्र में केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने कहा, ‘‘ पार्टी ने आपके द्वारा लगातार दिए जा रहे तीखे बयान और पार्टी अनुशासन के उल्लंघन को संज्ञान में लिया है, जो भारतीय जनता पार्टी के संविधान और उसके नियमों में निहित अनुशासन संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ पहले के कारण बताओ नोटिस के जवाब में आपने अच्छे व्यवहार और आचरण का आश्वासन दिया था, लेकिन आप अपने ही आश्वासनों का उल्लंघन और अवहेलना जारी रखे हुए हैं। कृपया कारण बताएं कि पार्टी को आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं करनी चाहिए। आपका स्पष्टीकरण इस नोटिस के मिलने के 72 घंटे के भीतर नीचे हस्ताक्षरकर्ता तक पहुंच जाना चाहिए।’’
पाठक ने यतनाल से यह भी कहा कि निर्धारित समय के भीतर स्पष्टीकरण न मिलने की स्थिति में केंद्रीय अनुशासन समिति यह मान सकती है कि आपके पास कहने के लिए कुछ नहीं है और वह इस मामले में अंतिम निर्णय ले सकती है।
कारण बताओ नोटिस पर यतनाल की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
विधायक यतनाल विजयेंद्र और येदियुरप्पा को भ्रष्ट बता रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय भाजपा नेतृत्व से अपील की कि वे कांग्रेस में गांधी परिवार की वंशवादी राजनीति के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए पहले येदियुरप्पा और उनके बेटों की ‘वंशवादी राजनीति’ के मुद्दे का समाधान करें।
पिछले साल दिसंबर में उन्हें उनके कथित पार्टी विरोधी रुख के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया था, जब उन्होंने कर्नाटक वक्फ बोर्ड द्वारा व्यक्तियों, सरकार और निजी संस्थानों को उनकी संपत्तियों पर अधिकार का दावा करते हुए कथित तौर पर भेजे गए नोटिस के खिलाफ बीदर से चामराजनगर तक मार्च निकाला था।
भाषा राजकुमार दिलीप
दिलीप