नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि स्वतंत्रता के बाद से ‘‘सामंती सुल्तानों की सियासी अस्पृश्यता और असहिष्णुता’ की सर्वाधिक शिकार भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं।
नकवी ने यहां आज ‘भारतीय बौद्ध संघ’ के सामाजिक समरसता सम्मेलन में विपक्ष पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि विपक्षी दलों की कोशिश विफल साबित होगी।
उन्होंने दावा किया कि ‘‘डायनेस्टी की डेपुटेशन (वंशवाद की तदर्थ)’’ सरकार की नाकामियों, लकवाग्रस्त व्यवस्था, संवैधानिक मूल्यों के सामन्ती अपहरण और ‘कट-कमीशन-करप्शन- कम्यूनलिज्म (हिस्सेदारी, दलाली, भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता’ के युग को देश आज भी नहीं भूल पाया है।
नकवी का कहना था कि स्वतंत्रता के बाद से ‘‘सामंती सुल्तानों की सियासी अस्पृश्यता और असहिष्णुता’ की सर्वाधिक शिकार भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘करप्शन की विरासत’ और ‘कम्युनल सियासत’ को ध्वस्त कर नरेन्द्र मोदी ‘सुशासन, समावेशी विकास और स्थायित्व के जांचे, परखे, खरे, जननायक साबित हुए हैं। ऐसे जननायक के सुशासन संकल्प को सामन्ती सनक-साज़िश से कमजोर नहीं किया जा सकता।’’
भाषा हक
हक माधव
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