जयपुर, छह दिसंबर (भाषा) राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने शनिवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार पर विकास के काम रोकने, संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और डॉ. बीआर आंबेडकर की विरासत को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने सिर्फ राजनीतिक कारणों से कई विकास परियोजनाओं को रोक दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह पहली सरकार है जिसने सत्ता संभालने के तुरंत बाद, सभी जारी कामों को रोकने का काम किया। अगर कार्य आदेश जारी हो गए तो भी परियोजनाओं को शुरू नहीं होने दिया गया।’’
कांग्रेस नेताओं के संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए जूली ने कहा कि जो लोग ‘‘बेबुनियाद बयान’’ दे रहे हैं, उन्हें अपनी स्थिति की चिंता करनी चाहिए।
जूली ने कहा, ‘‘निष्क्रिय सरकार में भंयकर गुटबाजी से जूझ रहे मुख्यमंत्री को डर है कि न जाने कब उनकी पर्ची बदल जाए? इसलिए ही वे ऐसे ‘बेस लेस स्टेटमेंट’ देकर खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की जुगत में लगे रहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और मैं दोनों जमीन से उठकर आए कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता हैं और दोनों अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं जिससे भाजपा परेशान है। आने वाले दिनों में हम सब मजबूती से भाजपा की परेशानी और बढ़ाने वाले हैं।’’
आंबेडकर की विरासत को लेकर सरकार के रवैये पर सवाल उठाते हुए जूली ने कहा कि सरकार हर साल जयपुर में आंबेडकर सर्किल पर पुष्पांजलि कार्यक्रम करती है लेकिन इस बार इस मौके पर सरकार का कोई नुमाइंदा नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का ना तो संविधान में विश्वास है और ना ही बाबा साहेब के प्रति उनके मन में श्रद्धा है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि जयपुर के आंबेडकर सर्किल पर हमेशा हर सरकार में समाज कल्याण विभाग द्वारा बाबा साहेब की मूर्ति पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए कार्यक्रम आयोजित होता है लेकिन इस वर्ष ना तो कार्यक्रम हुआ और न ही स्थान की साफ-सफाई करवाई गई, जो दर्शाता है कि भाजपा केवल वोट के लिये बाबा साहेब को चुनाव में याद करती है।
भाषा पृथ्वी सुरभि
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