भाजपा नेता सुनील शर्मा ने उमर अब्दुल्ला को केंद्र से ‘गुप्त समझौते’ से इनकार करने की चुनौती दी
भाजपा नेता सुनील शर्मा ने उमर अब्दुल्ला को केंद्र से ‘गुप्त समझौते’ से इनकार करने की चुनौती दी
श्रीनगर, नौ नवंबर (भाषा) केंद्र में सत्तारूढ़ दल पर उमर अब्दुल्ला के लगातार हमले के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुनील शर्मा ने रविवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री ने 2014 के चुनावों के बाद भाजपा से संपर्क किया था।
शर्मा ने उमर को इस बात की शपथ लेने की चुनौती दी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के साथ उनका कोई ‘गुप्त समझौता’ नहीं है।
बडगाम में भाजपा उम्मीदवार सैयद मोहसिन के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने अब्दुल्ला से सार्वजनिक रूप से यह कहने को कहा कि दिल्ली में सत्तारूढ़ केंद्र सरकार के साथ उनका कोई गुप्त समझौता नहीं है।
शर्मा ने दावा किया कि 2014 के विधानसभा चुनावों के बाद उमर अब्दुल्ला ने भाजपा के साथ गठबंधन करने का प्रयास किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, हमारे नेतृत्व ने सिद्धांतों और राष्ट्रीय अखंडता से प्रेरित होकर ऐसे अवसरवादी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया।’’
भाजपा नेता ने कहा कि अभूतपूर्व मतदान भाजपा के शांति, प्रगति और विकास के दृष्टिकोण में लोगों के विश्वास का प्रमाण है।
शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) पर कश्मीर में भाजपा के उदय में बाधा डालने के लिए छल और दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘नेकां परिवर्तन की लहर को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, लेकिन लोगों ने उनकी पाखंड की राजनीति को पहचान लिया है।’’
भाषा रवि कांत सुरेश
सुरेश

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