टिकट कटने से नाराज बीजेपी सांसद सपा में हुए शामिल, बीजेपी कार्यालय के चौकीदार को थमाया इस्तीफा
टिकट कटने से नाराज बीजेपी सांसद सपा में हुए शामिल, बीजेपी कार्यालय के चौकीदार को थमाया इस्तीफा
हरदोई । लोकसभा चुनाव 2019 के लिए घोषित बीजेपी की पहली सूची से नाम कटने से नाराज हरदोई संसदीय क्षेत्र के वर्तमान सांसद अंशुल वर्मा ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है।अंशुल वर्मा ने बीजेपी पर वार करते हुए अपना इस्तीफा प्रदेश पार्टी दफ्तर के चौकीदार को सौंपा। हरदोई संसदीय सीट से भाजपा सांसद अंशुल वर्मा टिकट कटने के बाद नाराज हैं। उन्होंने कहा कि मेरा टिकट कटने का कारण मेरा अनुसूचित जाति से आना है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिन सांसदों के टिकट काटे हैं, उनमें से छह दलित हैं, क्या यही सबसे ज्यादा नकारा थे।
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बता दें कि हरदोई सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के सांसद अंशुल वर्मा की टिकट काट दी गई है। भाजपा ने हरदोई से अब पूर्व सांसद जय प्रकाश रावत को प्रत्याशी बनाया है। हरदोई संसदीय सीट से जय प्रकाश रावत को टिकट दिए जाने के बाद अंशुल वर्मा ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं।
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हरदोई संसदीय सीट से टिकट कटने के बाद से नाराज अंशुल वर्मा ने लंबा चौड़ा पत्र लिखते हुए बीजेपी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है । अंशुल वर्मा ने कहा कि वह 21 साल से पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं। ऐसे में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है। बीजेपी छोड़ने के कुछ ही घंटे के अंदर वह अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल हो गए।
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हरदोई लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरिक्षत सीट है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के अंशुल वर्मा ने 18 साल का सूखा खत्म कर बीजेपी को जीत दिलाई थी। इस बार भी वो टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन पार्टी ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले बसपा से नाता तोड़कर बीजेपी में घर वापसी करने वाले जय प्रकाश रावत को टिकट दे दिया है। इसी से नाराज अंशुल वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

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