जयपुर, 13 अप्रैल (भाषा) राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर धर्म और जाति के नाम पर लोगों को लड़ाने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस नेता जूली ने कहा कि उनके जाने के बाद मंदिर में गंगाजल का छिड़काव करने वाले भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा को पहले भी निलंबित किया गया था और उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया था तथा एक महीने बाद उन्हें फिर से बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोग सब समझते हैं।
जूली ने अजमेर जिले के किशनगढ़ में संवाददाताओं से कहा, ‘लोगों को कभी धर्म के नाम पर तो कभी जाति के नाम पर लड़ाने का एजेंडा चल रहा है।’
उनकी यह टिप्पणी भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा द्वारा अलवर के राम मंदिर में गंगाजल छिड़कने के कुछ दिनों बाद आई है। अलवर के मंदिर में दलित नेता जूली पूजा करने गए थे। आहूजा ने कहा था कि मंदिर में जाने वाले कांग्रेस नेताओं ने इसे अपवित्र कर दिया।
जूली ने कहा, ‘अलवर के मंदिर में गंगाजल छिड़कने के विवाद पर न तो मुख्यमंत्री और न ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने एक शब्द बोला। केवल विधायक ज्ञानदेव आहूजा को निलंबित किया गया और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। निलंबन पहले भी हुआ था, लेकिन वापस ले लिया गया था। यह निलंबन केवल दिखावा है। इसे भी वापस ले लिया जाएगा।’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा था कि पार्टी आहूजा के बयान और कार्रवाई का समर्थन नहीं करती।
रविवार को जयपुर से अजमेर जाते समय नेता प्रतिपक्ष कुछ देर के लिए किशनगढ़ में रुके।
उन्होंने किशनगढ़ विधायक डॉ. विकास चौधरी के साथ राजकीय यज्ञ नारायण अस्पताल के ब्लड बैंक में आयोजित रक्तदान शिविर में भाग लिया।
जूली ने कहा कि चाहे मदन दिलावर का आदिवासियों का डीएनए टेस्ट करवाने का बयान हो या ज्ञानदेव आहूजा का मंदिर को गंगाजल से शुद्ध करने का कृत्य, इन सबका एक तय एजेंडा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा जाति और धर्म के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाने का खेल खेल रही है।
जूली ने भाजपा की राज्य सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सरकार बार-बार कह रही है कि वह बिजली महंगी करेगी, पानी महंगा करेगी और पेंशन बंद कर देगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार सिर्फ गरीबों के खिलाफ ही कार्य करती है और अगर कुछ करना है तो अमीरों के खिलाफ करो।
जूली ने बीकानेर के नूरसर में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की फोटो पर कालिख पोते जाने की घटना की निंदा करते हुए राज्य सरकार से मामले में तुरंत संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष ने ‘एक्स’ पर लिखा ‘‘यह अपमान है, यह अत्याचार है, यह असहनीय है।’’
उन्होंने कहा ‘‘यह सिर्फ़ कालिख नहीं, दलितों की अस्मिता और संविधान पर गहरा आघात है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा ‘‘नूरसर (बीकानेर) में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती से एक दिन पहले उनकी प्रतिमा पर कालिख पोते जाने की घटना अत्यंत निंदनीय और पीड़ादायक है। मैं इस शर्मनाक कृत्य की कठोर शब्दों में निंदा करता हूं।’’
जूली ने कहा, ‘‘बाबा साहेब सिर्फ़ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि करोड़ों दलितों, वंचितों और शोषितों की उम्मीद और आवाज़ हैं। उनकी प्रतिमा पर हमला एक मूर्ति पर नहीं, बल्कि उस संविधान पर (हमला) है जिसने हमें समानता, समता और न्याय का अधिकार दिया।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में लगातार महापुरुषों का अपमान हो रहा है और यह चिंताजनक ही नहीं बल्कि असहनीय है तथा इस प्रकार की घटनाएं न केवल समाज को विभाजित करने का प्रयास हैं, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक नींव पर भी हमला हैं।
उन्होंने कहा ‘‘घटना को लेकर सामाजिक संगठनों और आमजन में आक्रोश है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस मामले में तुरंत संज्ञान लिया जाए और दोषियों के खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।’’
भाषा कुंज नोमान
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