Asim Munir on Operation Sindoor/Image Source: IBC24
इस्लामाबाद: Asim Munir On Operation Sindoor: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने पहली बार सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान गंभीर दबाव में आ गया था। मुनीर ने कहा कि अगर अल्लाह की मदद नहीं मिलती तो हालात पाकिस्तान के लिए और ज्यादा बिगड़ सकते थे। पाकिस्तानी सेना प्रमुख के इस बयान को भारत-पाक सैन्य टकराव को लेकर अब तक की सबसे बड़ी स्वीकारोक्ति माना जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ हुए चार दिन के सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान की वायुसेना ने अपनी लगभग 90 प्रतिशत क्षमताओं और तकनीक का इस्तेमाल किया।
Pakistan’s Field Marshal Asif Munir claims “divine intervention” saved Pakistan during the May conflict with India.
Reality check:
– Multiple Pakistani air bases & terror camps were hit
– Pakistan sought a ceasefire after lossesSame Munir earlier blamed Afghans, called… pic.twitter.com/DYQaAUjEm2
— The News Drill (@thenewsdrill) December 21, 2025
Asim Munir On Operation Sindoor: असीम मुनीर ने दावा किया कि संघर्ष के दौरान पाकिस्तानी वायुसेना ने भारत के कई अत्याधुनिक सैन्य प्लेटफॉर्म्स को नुकसान पहुँचाया। उनके अनुसार, भारत के राफेल, S-400 एयर डिफेंस सिस्टम, सुखोई, मिग-29 और मिराज-2000 जैसे हथियारों को मार गिराया गया। हालांकि, भारत सरकार या भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से इन दावों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। India Pakistan military clash
Asim Munir claims during war with India, Pakistan Air Force used 90% own technology to hit India.🤣 Says, Pak Air Force took out Rafale, S400, Su39, MiG29, Mirage2000.
Someone show him Rawalpindi burning video.
No more jets left to be named?
What is the Failed Marshal smoking? pic.twitter.com/Co8rXCgAYj
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) December 22, 2025
Asim Munir On Operation Sindoor: यह सैन्य टकराव उस समय तेज़ हुआ जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली पर्यटक की मौत हो गई थी। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया था। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अभियान के दौरान भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को निशाना बनाया। यह ऑपरेशन चार दिनों तक चला और 10 मई को पाकिस्तान की ओर से अनुरोध के बाद इसे अस्थायी रूप से रोक दिया गया।