असम में 2022 में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान रहा सुर्खियों में

असम में 2022 में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान रहा सुर्खियों में

असम में 2022  में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान रहा सुर्खियों में
Modified Date: December 31, 2022 / 05:15 pm IST
Published Date: December 31, 2022 5:15 pm IST

(दुर्बा घोष)

गुवाहाटी, 31 दिसंबर (भाषा) वर्ष 2022 के दौरान असम सरकार की ओर से अतिक्रमण के खिलाफ कई अभियान चलाए गए, जिससे बड़ी संख्या में परिवार विस्थापित हुए जिनमें से अधिकांश बंगाली मुसलमान थे।

वहीं, निजी मदरसों के खिलाफ तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई जबकि ‘मिया’ (असम में बंगाली भाषी मुस्लिम) संग्रहालय को सील कर दिया गया। सरकार ने इनमें से अधिकतर को राज्य की भूमि पर ‘‘अवैध अतिक्रमण’’ हटाना करार दिया।

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राज्य ने प्रतिबंधित बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसारुल बांग्ला से कथित संबंधों के चलते 53 ‘‘जिहादियों’’ को गिरफ्तार किया। वहीं, असम में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ देशव्यापी कार्रवाई के दौरान 36 पीएफआई कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया।

इस साल की शुरुआत में, असम सरकार ने गौहाटी उच्च न्यायालय को सूचित किया कि मई 2021 और मई 2022 के बीच पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ों में करीब 51 लोग मारे गए और 139 घायल हुए।

विपक्षी दल और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान और मुठभेड़ में मौतों की आलोचना की है।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने दावा किया कि ये राज्य और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं और इनसे सख्ती से निपटा जाएगा।

वर्ष 2022 शिवसेना के बागियों के असम पहुंचने को लेकर भी चर्चा का केंद्र बना रहा और मुख्यमंत्री शर्मा पर महाराष्ट्र के बागी विधायकों को ठहराने का प्रबंध करने का भी आरोप लगा।

एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना के कई बागी विधायक गुवाहाटी के एक होटल में डेरा डाले रहे और आखिरकार महाराष्ट्र की तत्कालीन उद्धव ठाकरे नीत सरकार गिर गई। बाद में एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ गठबंधन करके महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट करने के आरोप में कोकराझार जिले में दर्ज एक मामले में असम पुलिस द्वारा गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी और यहां लाए जाने पर भी राजनीतिक विरोधियों ने भाजपा और राज्य सरकार पर निशाना साधा। राजनीतिक विरोधियों ने इसे मुख्यमंत्री शर्मा का पार्टी नेतृत्व की नजर में अच्छा बनने का एक और प्रयास बताया।

भाजपा ने मुख्यमंत्री शर्मा को गुजरात में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों और दिल्ली में नगर निगम चुनावों के लिए स्टार प्रचारक के रूप में शामिल किया।

राज्य इस साल विनाशकारी बाढ़ से काफी प्रभावित हुआ। बाढ़ संबंधी घटनाओं में 200 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि 90 लाख से अधिक आबादी इससे प्रभावित हुई।

भाषा शफीक अमित

अमित


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