सीडीएस जनरल चौहान ने सूरतगढ़, नलिया सैन्य ठिकानों का दौरा किया

सीडीएस जनरल चौहान ने सूरतगढ़, नलिया सैन्य ठिकानों का दौरा किया

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  • Publish Date - May 19, 2025 / 09:31 PM IST,
    Updated On - May 19, 2025 / 09:31 PM IST

नयी दिल्ली, 19 मई (भाषा) प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सोमवार को राजस्थान के सूरतगढ़ और गुजरात के नलिया में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों का दौरा किया तथा उच्च स्तर की अभियानगत तैयारी बनाए रखने के लिए सैनिकों की सराहना की।

हाल ही में, दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव के दौरान पाकिस्तानी सेना ने इन दोनों ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया था।

सैनिकों के साथ बातचीत में, जनरल चौहान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान तीनों सेनाओं के बीच तालमेल की भी सराहना की।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, सीडीएस ने किसी भी चुनौती का ‘‘निर्णायक ताकत’’ के साथ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहने की आवश्यकता पर जोर दिया।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘सशस्त्र बलों का मनोबल बढ़ाने के लिए सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सूरतगढ़ सैन्य प्रतिष्ठान और नलिया वायुसेना स्टेशन का दौरा किया।’’

जनरल चौहान ने उभरती सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर अभियानगत तैयारी पर भी जोर दिया।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने सैन्यकर्मियों की अभियानगत तैयारियों और उच्च मनोबल की सराहना की तथा भविष्य के खतरों का प्रभावी ढंग से जवाब देने की उनकी क्षमता पर विश्वास जताया।’’

सीडीएस के साथ दक्षिण पश्चिमी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह और दक्षिण पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल नागेश कपूर भी थे।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैनिकों द्वारा दिखाए गए अनुकरणीय साहस को लेकर गर्व की भावना है।’’

जनरल चौहान को अभियान के लिए तैनात मजबूत वायु रक्षा प्रणालियों से अवगत कराया गया। मंत्रालय ने कहा कि सीडीएस ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान सैनिकों की ‘‘असाधारण वीरता और पेशेवर अंदाज’’ की सराहना की।

शत्रुओं के कई प्रयासों को विफल करने में जवानों के नि:स्वार्थ समर्पण, दृढ़ साहस और दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए सीडीएस ने कहा कि सैनिकों ने सैन्य पेशेवरता के उच्चतम मानकों को कायम रखा।

मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस यात्रा ने अपने सशस्त्र बलों के प्रति राष्ट्र की कृतज्ञता की पुष्टि की और एकता, तैयारी तथा अटूट राष्ट्रीय प्रतिबद्धता के संदेश को मजबूत किया।’’

भाषा सुभाष नेत्रपाल

नेत्रपाल