Khwaja Moinuddin Chishti Dargah Ajmer. Source: File photo
अजमेरः यूपी के संभल के जामा मस्जिद के बाद अब राजस्थान के अजमेर जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के अंदर मंदिर होने का दावा किया गया है। कहा जा रहा है कि दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर है। हिंदू सेना की ओर से इस संबंध दायर एक याचिका को अजमेर सिविल कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। इस मामले में अगली सुनवाई अब 20 दिसंबर को होगी। बताया जा रहा है कि हिंदू पक्ष ने याचिका के साथ ही सबूत भी पेश किया गया है।
अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह हिंदू संकट मोचन मंदिर तोड़कर बनाने का दावा अजमेर सिविल न्यायालय पश्चिम ने स्वीकार कर लिया है। कोर्ट ने एएसआई दरगाह कमेटी और अल्पसंख्यक मामला विभाग को नोटिस भेजा है। मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर रखी गई है। दूसरे पक्ष को सुना जाएगा और इस मामले में अग्रिम कार्रवाई की जानी है। हिंदू सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता द्वारा 25 सितंबर को अजमेर न्यायालय में अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को शिव मंदिर होने का दावा करते हुए वाद दायर किया था। यह वाद पहले अलग न्यायालय में पेश कर दिया गया जिसके चलते मुख्य न्यायालय में स्थानांतरण अर्जी लगाई गई। अब सिविल न्यायालय पश्चिम में केस ट्रांसफर किया गया।
Read More : Hair Problem: आखिर कम उम्र में क्यों सफेद होने लगते हैं बाल? जानें क्यों आ रही ऐसी समस्या, क्या है इलाज