चिल्लई कलां से पहले कश्मीर में ठंड से राहत, बारिश और बर्फबारी की संभावना

चिल्लई कलां से पहले कश्मीर में ठंड से राहत, बारिश और बर्फबारी की संभावना

चिल्लई कलां से पहले कश्मीर में ठंड से राहत, बारिश और बर्फबारी की संभावना
Modified Date: December 18, 2025 / 06:07 pm IST
Published Date: December 18, 2025 6:07 pm IST

श्रीनगर, 18 दिसंबर (भाषा) कश्मीर में रात का तापमान बढ़ने से घाटी में भीषण ठंड से बड़ी राहत मिली है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि 21 दिसंबर से शुरू होने वाले ‘चिल्लई-कलां’ के साथ बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।

‘चिल्लई कलां’ 40 दिनों की सर्दी की सबसे कठोर अवधि होती है। इस दौरान बर्फबारी की संभावना सबसे अधिक रहती है और तापमान में काफी गिरावट आती है।

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उन्होंने बताया कि घाटी के अधिकांश स्थानों पर तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर दर्ज किया गया।

श्रीनगर में बुधवार रात को न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो पिछली रात के दर्ज किये गए तापमान (शून्य से 1.6 डिग्री सेल्सियस नीचे) से अधिक है।

उन्होंने बताया कि रात का तापमान, इस मौसम के सामान्य तापमान से 2.2 डिग्री अधिक रहा। घाटी में न्यूनतम तापमान 1.7 से 6.6 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।

इसी के साथ तड़के शहर और घाटी के अधिकांश हिस्सों, विशेष रूप से जल निकायों के आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा।

दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में यह शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे तथा दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग में 1.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान पिछली रात के समान 1.6 डिग्री सेल्सियस रहा तथा दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के प्रमुख आधार शिविरों में से एक पहलगाम में न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

उन्होंने बताया कि पुलवामा शहर सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उम्मीद जतायी कि जम्मू-कश्मीर में शुष्म मौसम जल्द ही समाप्त हो जाएगा।

अब्दुल्ला ने ‘एक्स’ पर लिखा,’अल्हम्दुलिल्लाह, जम्मू-कश्मीर में पिछले महीने की शुरुआत से जारी यह लंबा सूखा इस सप्ताहांत तक आखिरकार खत्म होता दिख रहा है।’

अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर के ऊंचे इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी होने की संभावना है जबकि मैदानी इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है जिससे सूखे का दौर समाप्त हो जाएगा।

भाषा

प्रचेता नरेश

नरेश


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