चिंता वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए, मामलों की संख्या की नहीं: केजरीवाल

चिंता वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए, मामलों की संख्या की नहीं: केजरीवाल

चिंता वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए, मामलों की संख्या की नहीं: केजरीवाल
Modified Date: November 29, 2022 / 07:55 pm IST
Published Date: September 14, 2020 2:04 pm IST

नयी दिल्ली, 14 सितम्बर (भाषा) दिल्ली में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु की दर संभवत: विश्व में सबसे कम है तथा चिंता मामलों की संख्या की नहीं, वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘‘वर्तमान में दिल्ली में सबसे अधिक कोविड-19 जांच की जा रही है। लगभग 21 लाख जांच के साथ अब तक दिल्ली की 11 प्रतिशत जनसंख्या की जांच की जा चुकी है। चिंता वायरस से होने वाली मौतों की संख्या की होनी चाहिए, मामलों की संख्या की नहीं। दिल्ली में मृत्यु दर पूरी दुनिया में शायद सबसे कम है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘देशभर से लोग कोरोना वायरस के उपचार के लिए दिल्ली आ रहे हैं। दिल्ली में अब तक अन्य राज्यों के कुल 5,264 लोगों का इलाज किया गया है। यह एक मुश्किल समय है। मानव इतिहास में कभी भी इस तरह की महामारी नहीं देखी गई है। हमें मानव की भलाई के लिए काम करना है।’’

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मुख्यमंत्री ने केंद्र को पीपीई किट, जांच किट और वेंटिलेटर की मदद के लिए धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं केंद्र को इसके लिए धन्यवाद देना चाहता हूं कि उसने जब भी जरूरत हुई पीपीई किट, जांच किट, वेंटिलेटर के साथ हमारी मदद की… हमारी कमजोरी यह है कि हमें नहीं पता कि राजनीति कैसे करनी है। यह हमारी सबसे बड़ी ताकत भी है।’’

केजरीवाल ने यह उल्लेखित किया कि पहला प्लाज्मा बैंक दिल्ली में ‘इंस्टीट्यूट आफ लिवर एंड बिलीरी साइंसेस (आईएलबीएस) में खुला।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में अब तक 1,965 मरीजों को प्लाज्मा दिया गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि 1,965 लोगों की जान बची है।’’

भाषा.. अमित शाहिद

शाहिद


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