मुंबई: Mumbai Jain Temple: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने विले पार्ले इलाके में कथित तौर पर अनधिकृत जैन मंदिर को गिरा दिया। इसके विरोध में जैन समुदाय के लोगों ने अहिंसक तरीके से अपना गुस्सा जाहिर किया। हजारों की तादाद में महिलाएं–पुरुष सड़कों पर नारे लगाते हुए नजर आए। सभी ने काली पट्टी बांधकर बीएमसी का विरोध किया। इस बीच अब मामले को लेकर एक बड़ा अपडेट आया है। मुंबई उत्तर-मध्य सीट से कांग्रेस सांसद ने दोबारा वहीं जैन मंदिर बनाने का दावा किया है।
Mumbai Jain Temple: उन्होंने एक्स पोस्ट पर लिखा कि जैन मंदिर वहीं फिर से बनेगा! बीएमसी के आयुक्त भूषण गगरानी से मेरी बातचीत हुई, जिन्होंने अब आश्वासन दिया है कि विले पार्ले में चैत्यालय फिर से वहीं बनाया जाएगा। अपने इसी पोस्ट पर उन्होंने महाराष्ट्र की भाजपा सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं। उन्होंने लिखा है कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर ये सीधा सीधा हमला है और देश की धर्मनिरपेक्षता पर प्रहार है। मेरी मांग है कि जैन समुदाय की इच्छानुसार उनका मंदिर उसी जगह पर सम्मानपूर्वक तरीके से वापस बनवाना चाहिए। ये मंदिर सिर्फ एक शिला नहीं, जैन समाज की संस्कृति का प्रतीक है। क्या महायुति सरकार के राज में जैन समाज को अपने धार्मिक स्थानों पर अधिकार नहीं है? इस बुलडोजर प्रेमी सरकार का निषेध!
कांबलीवाड़ी में नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी में बने मंदिर (चैत्यालय) के ट्रस्टी अनिल शाह ने कहा कि इसे 16 अप्रैल को ढहा दिया गया। शाह ने बताया कि यह मंदिर 1960 के दशक का था और बीएमसी की परमिशन से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। उन्होंने दावा किया कि एक सरकारी प्रपोजल था, जिसमें कहा गया है कि ऐसे मंदिर को नियमित किया जा सकता है। आपको केवल BMC को नियमितीकरण के लिए प्रपोजल पेश करना होगा और हमने वह BMC को दिया था।
बताया जा रहा है कि ध्वस्तीकरण के दौरान जैन धार्मिक नेताओं ने विशेष अनुरोध किया था कि मंदिर की धार्मिक पुस्तकें और वस्तुएं हटाने का समय दिया जाए, लेकिन BMC ने इस आग्रह को अनदेखा करते हुए JCB से सीधा अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान नगर निगम कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने जैन धर्म की पवित्र किताबें और पूज्य वस्तुएं सड़क पर फेंक दीं। इस घटनाक्रम ने न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को आहत किया, बल्कि जैन समाज को आंदोलित कर दिया। समाज की यह भी मांग है कि जिस स्थान पर मंदिर था, उसे वहीं फिर से स्थापित किया जाए।
जैन मंदिर वहीं फिर से बनेगा! @mybmc के आयुक्त भूषण गगरानी से मेरी बातचीत हुई, जिन्होंने अब आश्वासन दिया है कि विले पार्ले में चैत्यालय फिर से वहीं बनाया जाएगा। आज जैन समाज के साथ विले पार्ले के जैन चैत्यालय पर तोड़क कार्यवाही के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लिया और साथ ही… pic.twitter.com/eq0udSe15L
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) April 19, 2025