कांग्रेस, राजद ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद को सही ठहराने के लिए सामाजिक न्याय को ढाल बनाया : मोदी |

कांग्रेस, राजद ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद को सही ठहराने के लिए सामाजिक न्याय को ढाल बनाया : मोदी

कांग्रेस, राजद ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद को सही ठहराने के लिए सामाजिक न्याय को ढाल बनाया : मोदी

:   Modified Date:  March 2, 2024 / 11:11 PM IST, Published Date : March 2, 2024/11:11 pm IST

(तस्वीरों के साथ) औरंगाबाद/बेगूसराय, दो मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर निशाना साधते हुए शनिवार को दावा किया कि विपक्षी गठबंधन ने भ्रष्टाचार और परिवारवादी राजनीति को सही ठहराने के लिए वंचित वर्गों के समर्थन को ‘‘एक ढाल’’ के रूप में इस्तेमाल किया है। बिहार की धरती पर डेढ़ साल से अधिक समय के बाद प्रधानमंत्री ने औरंगाबाद और बेगुसराय जिलों दो जनसभाओं को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के समारोह पहले दिल्ली में विज्ञान भवन जैसे चुनिंदा स्थानों पर आयोजित किए जाते थे। हम दिल्ली को बेगूसराय ले आए हैं… पूरे देश के लिए परियोजनाएं शुरू की गई हैं जिनमें से 30,000 करोड़ रुपये अकेले बिहार पर खर्च किए जाएंगे।’’ मोदी ने कहा, ‘‘अगर पहले की सरकारें होतीं तो ऐसे काम कभी नहीं होते। बिहार अच्छी तरह से जानता है कि लोग वोट बैंक की राजनीति के लिए कितनी कीमत चुकाते हैं।” कांग्रेस नीत केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में रेलमंत्री रहे राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिए बिना मोदी ने कहा, ‘‘बिहार के लोग जानते हैं कि रेलवे के संसाधनों को कैसे लूटा गया, कैसे नौकरी चाहने वालों को अपनी भू संपत्ति से अलग कर दिया गया।” उनका इशारा नौकरियों के लिए भूमि घोटाले की ओर था जिसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही है। इस मामले में प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव और बेटी मीसा भारती सहित अन्य नामजद हैं। मोदी ने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)की सत्ता में वापसी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में लौटने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य “डबल इंजन सरकार के साथ प्रगति की राह पर वापस आ गया है। हमें कभी भी अतीत के दिनों की वापसी नहीं होने देनी चाहिए जब लोग डर के साए में रहते थे।” उन्होंने यह भी कहा, “कांग्रेस-राजद गठबंधन ने अपने भ्रष्टाचार और वंशवादी शासन को सही ठहराने के लिए हमेशा दलितों और समाज के अन्य वंचित वर्गों को ढाल के रूप में इस्तेमाल किया है। यह सामाजिक न्याय के साथ विश्वासघात है।’’ मोदी ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार और राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई समग्र उन्नति ‘‘सच्चे सामाजिक न्याय का उदाहरण है, जैसा कि कर्पूरी ठाकुर ने कल्पना की थी’’। उल्लेखनीय है कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के दिग्गज नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर को हाल ही में भारत रत्न देने की घोषणा की गई है। मोदी ने कहा, ‘‘राजग ने उन लोगों को हाशिए पर धकेल दिया है जो बिहार में अराजकता के लिए जिम्मेदार थे और राज्य को विकास से वंचित रखा।’’ लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ हफ्ते पहले जनसभाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि राजग चुनाव में भारी जीत हासिल करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘पूरा देश एक सुर में कहा रहा है ‘अबकी बार फिर से एनडीए सरकार, अबकी बार 400 पार (इस बार राजग को 400 से अधिक सीट)”.

विपक्षी दलों का मजाक मखौल उड़ाते हुए मोदी ने कहा, ‘‘उनके पास ऐसे नेता हैं जो लोकसभा चुनाव लड़ने से डरते हैं। वे राज्यसभा के माध्यम से संसद में प्रवेश करना चाहते हैं’’। प्रधानमंत्री ने किसी विपक्षी नेता का नाम नहीं लिया लेकिन यह टिप्पणी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी के राज्यसभा के लिए चुने जाने की पृष्ठभूमि में आई है। सोनिया गांधी ने कई कार्यकाल तक रायबरेली का प्रतिनिधित्व करने के बाद इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री ने हाल में ‘‘मोदी की गारंटी’’ का नारा दिया है। इस संबंध में उन्होंने कहा, ‘‘देश के लोगों का मानना ​​है कि जब मोदी गारंटी देते हैं, तो यह अपने आप में गारंटी है कि वादा पूरा किया जाएगा।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी का मतलब विकास, कानून का शासन और हमारी बेटियों और बहनों की सुरक्षा है। हमने इसके लिए काम किया है और अपने तीसरे कार्यकाल में भी ऐसा करना जारी रखेंगे।’’ प्रधानमंत्री ने बीच-बीच में क्रमशः स्थानीय बोलियों अंगिका और मगही वाक्यों का इस्तेमाल कर स्थानीय मंदिरों में किए गए दर्शन का उल्लेख कर बेगुसराय और औरंगाबाद के लोगों के साथ जुड़ाव दिखाने की कोशिश की। औरंगाबाद में उन्होंने जिले से जुड़े कांग्रेस नेता अनुग्रह नारायण सिंह को श्रद्धांजलि दी जो राज्य के पहले उपमुख्यमंत्री थे और अपनी पीढ़ी के सबसे बड़े राजनीतिक शख्सियतों में से एक थे। मोदी ने देवी सीता के साथ बिहार के संबंध का भी जिक्र किया, जिनके बारे में मान्यता है कि वह राजा जनक को सीतामढी जिले में भूमि से मिली थी। उन्होंने कहा, ”यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि जब हम अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कर रहे थे तो राज्य के लोगों ने सबसे अधिक उत्साह दिखाया।” औरंगाबाद में, जब राज्य के भाजपा नेता बड़ी माला लेकर उनके पास आए, तो मोदी ने नीतीश कुमार को बुलाया और सुनिश्चित किया कि दोनों एक साथ फ्रेम में हों। अपने परिवेश के प्रति सचेत प्रधानमंत्री ने बेगूसराय में अपनी कुर्सी पर खड़े एक दर्शक को देखा और कहा, “मैं आपके उत्साह और मेरे प्रति आपके स्नेह की सराहना करता हूं। लेकिन मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं, कृपया अपनी सीट पर बैठ जाएं।” समारोह में उपस्थित लोगों में बिहार के मुख्यमंत्री के अलावा राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर भी शामिल थे। बेगूसराय के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और गिरिराज सिंह भी शामिल हुए, जो स्थानीय सांसद भी हैं। भाषा सं अनवर धीरजधीरज

 

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