सेवा के दौरान कानून के शासन को ‘सर्वोच्च धर्म’ माना: पूर्व आईपीएस प्रकाश सिंह

सेवा के दौरान कानून के शासन को 'सर्वोच्च धर्म' माना: पूर्व आईपीएस प्रकाश सिंह

सेवा के दौरान कानून के शासन को ‘सर्वोच्च धर्म’ माना: पूर्व आईपीएस प्रकाश सिंह
Modified Date: September 1, 2024 / 11:09 pm IST
Published Date: September 1, 2024 11:09 pm IST

नयी दिल्ली, एक सितंबर (भाषा) भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी और देश में पुलिस सुधारों के सूत्रधार प्रकाश सिंह ने रविवार को कहा कि उनका ‘सबसे बड़ा धर्म’ यह है कि जब तक वह खाकी वर्दी में हैं, कानून का शासन बनाए रखें।

उत्तर प्रदेश और असम के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और सीमा सुरक्षा बल के पूर्व महानिदेशक सिंह (89) ने अपनी चौथी पुस्तक ‘अनफॉरगेटेबल चैप्टर्स मेम्वार्ज ऑफ ए टॉप कॉप’ के विमोचन के अवसर पर यह टिप्पणी की।

अपनी सेवा के दौरान चार बार जानलेवा हमले का शिकार हुए सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने करियर के आरंभ में ही यह तय कर लिया था कि जब तक वह खाकी वर्दी में हैं, उनका ‘सर्वोच्च धर्म’ कानून के शासन को बनाए रखना होगा।

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सिंह ने कहा, ‘‘मैंने इसके लिए बहुत बड़ी कीमत चुकाई… लेकिन मुझे कोई अफसोस नहीं है।’’ उन्होंने इसी के साथ लगातार किए गए तबादलों की ओर इशारा किया।

भाषा शुभम धीरज

धीरज


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