Satyendar Jain News: पूर्व लोक निर्माण विभाग मंत्री को बड़ी राहत, कोर्ट ने बंद किया भ्रष्टाचार का केस, चार साल चली जांच में नहीं मिले सबूत

Satyendar Jain News: पूर्व लोक निर्माण विभाग मंत्री को बड़ी राहत, कोर्ट ने बंद किया भ्रष्टाचार का केस, चार साल चली जांच में नहीं मिले सबूत

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  • Publish Date - August 4, 2025 / 09:56 PM IST,
    Updated On - August 4, 2025 / 09:56 PM IST

Satyendar Jain News | Photo Credit: FILE

HIGHLIGHTS
  • CBI की क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट ने स्वीकार की
  • कोई आपराधिक साजिश या भ्रष्टाचार नहीं मिला
  • 2018 में "क्रिएटिव टीम" की नियुक्तियों को लेकर दर्ज हुई थी शिकायत

नई दिल्ली: Satyendar Jain News AAP नेता और पूर्व लोक निर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन को बड़ी राहत मिली है। सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला बंद कर दिया। कोर्ट ने कहा कि लंबे समय तक चली जांच के बावजूद भ्रष्टाचार या आपराधिक षड्यंत्र का कोई सबूत नहीं मिला। जिसके बाद राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (PC अधिनियम) डिग विनय सिंह ने CBI की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया।

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क्या है पूरा मामला?

Satyendar Jain News यह मामला साल 2018 का है। दरअसल, दिल्ली सरकार के सतर्कता निदेशालय की शिकायत पर तत्कालीन मंत्री सत्येंद्र जैन और PWD अधिकारियों पर आरोप था कि उन्होंने विभाग में “क्रिएटिव टीम” नामक सलाहकारों की नियुक्ति में अनियमितताएं कीं। इसमें यह भी दावा किया गया था कि सलाहकारों की एक “क्रिएटिव टीम” को उचित प्रक्रियाओं का पालन किए बिना नियुक्त किया गया था।

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चार साल के जांच के बाद CBI ने पाया कि विभाग की तत्काल जरूरतों भर्ती आवश्यक थी और यह कि भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी और प्रतिस्पर्धी थी। एजेंसी को न तो किसी तरह की रिश्वतखोरी, व्यक्तिगत लाभ, वित्तीय नियमों के उल्लंघन या आपराधिक इरादे का कोई सबूत मिला। जिसके बाद CBI ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट पेश की।

सत्येंद्र जैन पर किस मामले में आरोप लगे थे?

सत्येंद्र जैन पर 2018 में "क्रिएटिव टीम" की नियुक्तियों में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे।

कोर्ट का फैसला क्या रहा?

कोर्ट ने CBI की क्लोजर रिपोर्ट स्वीकार करते हुए मामला बंद कर दिया है। कोई ठोस सबूत नहीं मिला।

CBI की जांच कितने समय तक चली?

करीब चार साल तक CBI ने जांच की और फिर रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी।