माकपा सांसद ने जम्मू कश्मीर में 25 पुस्तकों पर प्रतिबंध का विरोध किया

माकपा सांसद ने जम्मू कश्मीर में 25 पुस्तकों पर प्रतिबंध का विरोध किया

माकपा सांसद ने जम्मू कश्मीर में 25 पुस्तकों पर प्रतिबंध का विरोध किया
Modified Date: August 7, 2025 / 03:27 pm IST
Published Date: August 7, 2025 3:27 pm IST

नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्यसभा सदस्य वी. शिवदासन ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर में 25 पुस्तकों पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने की मांग की और लोकतांत्रिक ताकतों से इसका विरोध करने का आह्वान किया।

शिवदासन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में इस प्रतिबंध को ‘‘बेहद पीड़ादायक’’ बताते हुए कहा, ‘‘भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश है। लोकतांत्रिक ताकतों को इस प्रतिबंध का विरोध करना चाहिए।’’

जम्मू-कश्मीर सरकार ने बुधवार को 25 पुस्तकों को जब्त घोषित कर दिया, जिनमें मौलाना मौदूदी, अरुंधति रॉय, ए. जी. नूरानी, विक्टोरिया स्कोफील्ड और डेविड देवदास जैसे प्रसिद्ध लेखकों की किताबें भी शामिल हैं।

 ⁠

सरकार का कहना है कि इन पुस्तकों में ‘‘झूठे विमर्श को बढ़ावा देने और आतंकवाद का महिमामंडन करने’’ की बात पाई गई है।

किताबों में इस्लामिक विद्वान और जमात-ए-इस्लामी के संस्थापक मौलाना मौदूदी की ‘‘अल जिहादुल फिल इस्लाम’’, ऑस्ट्रेलियाई लेखक क्रिस्टोफर स्नेडेन की ‘‘इंडिपेंडेंट कश्मीर’’, डेविड देवदास की ‘‘इन सर्च ऑफ ए फ्यूचर’’, विक्टोरिया स्कोफिल्ड की ‘‘कश्मीर इन कॉन्फ्लिक्ट’’, नूरानी की कश्मीर डिस्प्यूट (1947-2012)’’ और रॉय की ‘‘फ्रीडम’’ शामिल हैं।

भाषा

गोला नरेश

नरेश


लेखक के बारे में