(तस्वीरों के साथ)
चेन्नई, 27 अक्टूबर (भाषा) तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई सहित राज्य के चार उत्तरी जिलों में चक्रवात मोंथा के प्रभाव से सोमवार को भारी बारिश हुई। इस समय यह चक्रवात बंगाल की खाड़ी में चेन्नई से लगभग 480 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने यह जानकारी दी।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) की निदेशक बी अमुधा ने बताया, ‘‘चक्रवाती तूफान मोंथा के उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 28 अक्टूबर की शाम या रात को एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट से टकराने की संभावना है।’’
इस बीच, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों के बारे में संवाददाताओं को बताया कि चूंकि चक्रवात के कल तट से टकराने की संभावना है, इसलिए इससे तमिलनाडु में कोई बड़ी क्षति नहीं होगी।
उदयनिधि ने कहा, ‘‘मौसम विभाग ने हमें सूचित किया है कि अगले 10 दिनों तक बहुत ज्यादा बारिश नहीं होगी। लेकिन अगर भारी बारिश भी हुई, तो हमारी सरकार उससे निपटने को तैयार है।’’
मौसम विभाग ने उत्तरी चेन्नई और तिरुवल्लूर क्षेत्रों में 50 से 70 मिमी बारिश का अनुमान लगाया है। उदयनिधि ने कहा कि उन्होंने सोमवार को इन क्षेत्रों में तैयारियों का जायजा लिया।
अमुधा के मुताबिक ‘मोंथा’ नाम सुगंधित फूल के लिए एक थाई शब्द है, और यह थाईलैंड द्वारा दिया गया है।
उन्होंने बताया कि आईएमडी, विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अंतर्गत आने वाले 13 सदस्य देशों को उष्णकटिबंधीय चक्रवात और तूफानी लहरों के बारे में सलाह देने वाले छह क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्रों में से एक है। इनमें बांग्लादेश, भारत, ईरान, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं।
अमुधा ने बाद में ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ये सभी देश चक्रवातों के नामों की एक सूची प्रदान करते हैं जो वर्णानुक्रम में सूचीबद्ध होती है। फिर इसका उपयोग चक्रवातों के संदर्भ में क्रमिक रूप से किया जाता है।’’
अधिकारी ने बताया कि चेन्नई के अलावा, रानीपेट, तिरुवल्लूर और कांचीपुरम में भारी से बहुत भारी बारिश हुई।
अमुधा ने अपराह्न एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सोमवार को दोपहर तक तमिलनाडु में अधिकतम 50 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो तिरुवल्लूर जिले के कोरट्टूर और तिरुथानी में दर्ज की गई।
उन्होंने यह भी बताया कि 1 से 27 अक्टूबर तक दर्ज की गई बारिश सामान्य से 57 प्रतिशत अधिक यानी 230 मिमी रही। सामान्यतः इसी अवधि में लगभग 140 मिमी बारिश होती है।
अमुधा ने मछुआरों को 29 अक्टूबर तक तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में समुद्र में न जाने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, ‘‘यह चेतावनी बंगाल की खाड़ी में चक्रवात मोंथा के कारण दी गई क्योंकि वहां सतह पर अधिकतम 90 से 100 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने की संभावना है, जो 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं।’’
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 28 अक्टूबर को तिरुवल्लूर जिले में मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है।
निदेशक ने कहा, ‘‘हमने रानीपेट, चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, थेनी, तेनकाशी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी में भारी बारिश की चेतावनी दी है।’’
भाषा धीरज माधव
माधव