दिल्ली अग्निशमन सेवा ने गर्मियों में आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए कमर कसी

दिल्ली अग्निशमन सेवा ने गर्मियों में आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए कमर कसी

दिल्ली अग्निशमन सेवा ने गर्मियों में आग लगने की घटनाओं से निपटने के लिए कमर कसी
Modified Date: November 29, 2022 / 07:52 pm IST
Published Date: March 14, 2021 12:35 pm IST

नयी दिल्ली, 14 मार्च (भाषा) दिल्ली अग्निशमन सेवा गर्मियों में आग लगने से संबंधित घटनाओं से निपटने के उद्देश्य से दमकल कर्मियों और वाहनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतज़ाम कर रही है, जिसके तहत कर्मियों की छुट्टी को सीमित किया जा रहा है।

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि तापमान बढ़ने से आग लगने की घटनाएं भी होती हैं। लिहाजा दमकल विभाग इन्हें रोकने के लिए लोगों को शिक्षित करने की खातिर विभिन्न जागरुकता अभियान चलाएगा।

दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि गर्मियों में तापमान बढ़ने से आग लगने की घटनाओं में भी इजाफा होता है।

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उन्होंने बताया कि फरवरी तक, विभाग को प्रति दिन आग लगने से संबंधित घटनाओं के 35 से 40 कॉल प्राप्त हुए। मार्च में इनकी संख्या दोगुनी हो गई। अब रोजाना 90 कॉल आ रही हैं और अप्रैल में इनके बढ़ने का अंदेशा है।

गर्ग ने कहा, “ दमकल विभाग को अतिरिक्त कर्मियों की जरूरत पड़ेगी। इसलिए, हालात से निपटने के लिए योजना बनाई गई है। इसकी समय-समय पर समीक्षा की जाएगी।”

योजना के मुताबिक, अधिकतम दमकल कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के क्रम में कर्मचारियों की छुट्टियों को सीमित किया गया है। मुख्यालय स्तर पर विभाग प्रमुख और मंडल स्तर पर मंडलीय अधिकारी कर्मचारियों की छुट्टियों को मंजूरी देंगे।

दमकल विभाग ने कहा कि सभी गाड़ियों और उपकरणों का निरीक्षण किया गया है और उन्हें तैनाती के लिए तैयार रखा गया है। पहली बार, इनके रखरखाव का ठेका अधिकृत एजेंसियों को दिया गया है।

गर्ग ने कहा कि गर्मियों में शहर के ग्रामीण इलाकों में खेतों में भी आग लगने की सूचनाएं मिलती हैं। दमकल विभाग इन इलाकों में छोटी इकाइयां स्थापित करने की योजना बना रहा है ताकि आग लगने की सूरत में दमकल कर्मी शीघ्रता से घटना स्थल पर पहुंच सकें और फसल को बड़े नुकसान से बचा सकें।

उन्होंने कहा, “ ऐसे इलाकों में स्थानीय अधिकारियों के आग्रह पर, हम वहां पर छोटी इकाइयां स्थापित करने के लिए विशेष प्रबंध कर रहे हैं। फसलों में लगने वाली आग से निपटने के लिए नरेला और खेड़ा डाबुर जैसे आउटपोस्ट दमकल स्टेशनों को मजबूत किया जाएगा।”

भाषा नोमान मनीषा

मनीषा


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