नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने शनिवार को रोहतक रोड पर चल रही ड्रेनेज निर्माण परियोजना का निरीक्षण किया इसकी प्रगति की समीक्षा की।
पीडब्ल्यूडी के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि हरियाणा को दिल्ली से जोड़ने वाला यह प्रमुख मार्ग काफी खराब स्थिति में है, जिसके कारण स्थानीय निवासियों ने कई शिकायतें की हैं।
इस महीने की शुरुआत में दिल्ली सरकार ने पीरागढ़ी चौक से टीकरी बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा सीमा) तक 18 किलोमीटर लंबे हिस्से के निर्माण की जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को सौंप दी थी।
वर्मा ने कहा कि पीडब्ल्यूडी जल निकासी का काम संभालेगा, जबकि एनएचएआई निर्माण का काम संभालेगा।
बयान के अनुसार, इस खंड का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसमें जल निकासी कार्य पर 115 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है और 14 महीने के भीतर इसके पूरा होने की उम्मीद है।
निरीक्षण के दौरान वर्मा ने कहा, ‘अनुमोदन प्राप्त करने में देरी से लागत बढ़ जाती है। इसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए ताकि काम बिना किसी रुकावट के चलता रहे।’
रोहतक रोड की खराब स्थिति पर प्रकाश डालते हुए वर्मा ने पिछली सरकार की ओर से इस ओर ध्यान न देने की आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘लोग अक्सर शिकायत करते थे कि सरकार का कोई प्रतिनिधि कभी इस क्षेत्र में नहीं आया। अब जल निकासी का काम शुरू हो गया है और पूरी सड़क एनएचएआई को सौंप दी गई है। पीडब्ल्यूडी और बाढ़ नियंत्रण विभाग सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।’
गुणवत्ता पर जोर देते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री ने ठेकेदारों और अधिकारियों को चेतावनी जारी की।
उन्होंने कहा, ‘हम ऐसी सड़कें और जल निकासी व्यवस्था बना रहे हैं जो कई वर्षों तक चलनी चाहिए। यदि गुणवत्ता से कोई समझौता किया गया तो ठेकेदार को काली सूची में डाल दिया जाएगा और जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।’
भाषा
शुभम माधव
माधव