दिल्ली : यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए लोगों ने नदी के किनारे मानव श्रृंखला बनाई

दिल्ली : यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए लोगों ने नदी के किनारे मानव श्रृंखला बनाई

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  • Publish Date - June 4, 2023 / 08:18 PM IST,
    Updated On - June 4, 2023 / 08:18 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) यमुना को प्रदूषण से बचाने के लिए आम नागरिकों द्वारा शुरू की गई एक पहल के तहत रविवार सुबह बड़ी संख्या में लोग नदी के किनारे मानव श्रृंखला बनाने के लिए एकत्र हुए।

‘यमुना संसद’ पहल के तहत लोगों ने आईटीओ, वजीराबाद, कालिंदीकुंज, गीता कॉलोनी और ओल्ड उस्मानपुर सहित कई जगहों पर मानव श्रृंखला बनाई तथा मलजल और औद्योगिक कचरे से दूषित नदी को बचाने की अपील की।

इस अभियान में बड़ी संख्या में सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व संगठन महासचिव गोविंदाचार्य, आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली इकाई के संयोजक एवं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, जल मंत्री सौरभ भारद्वाज, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी और भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा सहित कई नेताओं ने इस अभियान में भाग लिया।

‘यमुना संसद’ के संयोजक रविशंकर तिवारी ने कहा कि यमुना को पुनर्जीवित करने में योगदान देने के लोगों के संकल्प को व्यक्त करते हुए मानव श्रृंखला बनाई गई। उनके मुताबिक, सरकारों की ओर से यमुना की सफाई के लिए वर्षों से किये जा रहे प्रयासों के बावजूद नदी एक नाला बनी हुई है।

राय ने कहा कि यमुना को सरकार और समाज के संयुक्त प्रयास से ही साफ किया जा सकेगा।

उन्होंने कहा, “ सरकार यमुना की सफाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।” मंत्री ने कहा कि ‘यमुना संसद’ पहल नदी को साफ करने में दिल्लीवासियों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करेगी।

अभियान में कालिंदी कुंज में शामिल हुए भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली की (अरविंद) केजरीवाल सरकार यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्यवस्थित तरीके से काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि नदी को 2025 तक प्रदूषण मुक्त कर दिया जाएगा।

तिवारी ने कहा कि हल्की बारिश और सुबह का समय होने के बावजूद दिल्ली में यमुना नदी के किनारे आठ स्थानों पर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए। उनके मुताबिक, इन स्थानों को विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर मानव श्रृंखला बनाने के लिए निर्धारित किया गया था।

उन्होंने कहा कि लोगों ने यमुना पर कुछ पुलों पर मानव श्रृंखला भी बनाई और नदी के किनारे पड़े कचरे को साफ करने में भी मदद की और इसे प्रदूषण मुक्त करने के प्रयासों में सहयोग करने का संकल्प लिया।

भाषा नोमान सुभाष

सुभाष