दिल्ली: व्यावसायिक साझेदार से ठगी करने के आरोप में भाई-बहन गिरफ्तार |

दिल्ली: व्यावसायिक साझेदार से ठगी करने के आरोप में भाई-बहन गिरफ्तार

दिल्ली: व्यावसायिक साझेदार से ठगी करने के आरोप में भाई-बहन गिरफ्तार

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:49 PM IST, Published Date : September 23, 2022/8:27 pm IST

नयी दिल्ली, 23 सितंबर (भाषा) स्वास्थ्य देखभाल एप विकसित करने वाले उद्यमी भाई-बहन को अपने व्यावसायिक साझेदार से 16 करोड़ रुपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान दिल्ली के निवासी चेरियन (35) और बेंगलुरु में रहने वाली उसकी बहन मीनाक्षी सिंह (36) के रूप में की गई है। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रविंद्र सिंह यादव ने कहा कि आरोपियों को तमिलनाडु के डिंडीगुल से गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा कि भाई-बहन ने अपने एक मित्र डॉ गंधर्व गोयल के साथ मिलकर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर आधारित एक स्वास्थ्य एप की शुरुआत की थी। अधिकारी ने कहा कि जब निवेश आने लगा तो दोनों ने गोयल को फर्जी दस्तावेजों के सहारे बाहर का रास्ता दिखा दिया।

पुलिस ने कहा कि गोयल की शिकायत के बाद एक मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि गोयल और चेरियन साइनेप्सिका टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड में प्रोमोटर थे जहां उन्होंने निदेशक के तौर पर भी काम किया।

सिंह, रेडियोलॉजिस्ट के बिना सिटी स्कैन, एक्स रे और एमआरआई की रिपोर्ट देने वाला एक सॉफ्टवेयर विकसित करने के उद्देश्य से कंपनी में शामिल हुई। बाद में वह निदेशक और शेयरधारक भी बन गई।

अधिकारी ने कहा कि दिसंबर 2019 में कंपनी का चयन वाई-कॉम्बिनेटर में हुआ और निवेशकों से पांच करोड़ रुपये प्राप्त हुए। वाई-कॉम्बिनेटर दुनिया का सबसे बड़ा प्रौद्योगिकी स्टार्टअप मंच है।

इन तीनों ने अमेरिका में एक कंपनी साइनेप्सिका हेल्थकेयर इंक बनाई और उसकी एक शाखा साइनेप्सिका हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड भारत में स्थापित की।

पुलिस ने कहा कि जांच में सामने आया कि दोनों ने एक आपराधिक साजिश रची और साइनेप्सिका हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के लिए और अधिक निवेशकों को आकर्षित करने के वास्ते अमेरिका में कंपनी स्थापित की तथा मूल कंपनी में गोयल के शेयरों को उसके फर्जी हस्ताक्षर बनाकर पुनः खरीद लिया।

बाद में उन्होंने इन शेयरों को अमेरिका और भारत के नए निवेशकों के लिए 16 करोड़ रुपये में जारी कर दिया। शेयर समझौते के सभी कागजात जब्त कर लिए गए हैं।

गौरतलब है कि चेरियन ने एम्स दिल्ली से एमबीबीएस की पढ़ाई की थी और सिंह आईआईएम से एमबीए है।

भाषा यश पवनेश

पवनेश

 

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