दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में हुआ थोड़ा सुधार, लेकिन चौथे दिन भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में

दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में हुआ थोड़ा सुधार, लेकिन चौथे दिन भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में

दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में हुआ थोड़ा सुधार, लेकिन चौथे दिन भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में
Modified Date: October 23, 2025 / 09:25 pm IST
Published Date: October 23, 2025 9:25 pm IST

नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली में बृहस्पतिवार को सतही हवा चलने से वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ, लेकिन लगातार चौथे दिन भी यह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शहर का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 305 रहा।

आनंद विहार में एक्यूआई 410 दर्ज किया गया, जो सभी निगरानी स्टेशनों में सबसे अधिक है।

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सीपीसीबी के ‘समीर’ ऐप के अनुसार, शहर भर के 38 निगरानी स्टेशनों में से 23 ने ‘बहुत खराब’ वायु गुणवत्ता दर्ज की, जबकि 14 स्टेशनों में हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही।

दिल्ली बृहस्पतिवार को देश का पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा तथा हरियाणा का बहादुरगढ़ शीर्ष पर, जहां एक्यूआई 325 दर्ज किया गया।

सीपीसीबी के अनुसार, इसकी तुलना में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के पड़ोसी शहरों जैसे गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता बेहतर रही, तथा वहां एक्यूआई स्तर 200 के आसपास रहा, जिससे हवा ‘खराब’ श्रेणी में रही।

दिन में दिल्ली में धुंध छाई रही तथा दोपहर के समय हवा की गति 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई।

केंद्र की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (ईडब्ल्यूएस) के पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि दिल्ली का एक्यूआई शनिवार तक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना रहेगा और इसके बाद अगले छह दिनों तक यह ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ के बीच रह सकता है।

सीपीसीबी के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है।

निर्णय सहायता प्रणाली (डीएसएस) के आंकड़ों के अनुसार, बृहस्पतिवार को दिल्ली के वायु प्रदूषण में गाड़ियों के उत्सर्जन का योगदान 15.7 प्रतिशत था।

आवासीय स्रोतों का योगदान चार प्रतिशत, दिल्ली और आसपास स्थित उद्योगों का योगदान 3.4 फीसदी, पड़ोसी शहरों का 4-5 प्रतिशत तथा अन्य स्रोतों का 35 फीसदी योगदान रहा।

इस बीच, उपग्रह डेटा से पता चला है कि बुधवार को पंजाब में पराली जलाने की 69 घटनाएं, हरियाणा में तीन और उत्तर प्रदेश में 44 घटनाएं हुईं।

वहीं, मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, दिल्ली में बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.1 डिग्री अधिक था, जबकि न्यूनतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा।

आईएमडी ने शुक्रवार सुबह धुंध छाए रहने का अनुमान जताया है, तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 32 डिग्री सेल्सियस और 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

भाषा नोमान सुरेश

सुरेश


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