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नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) दिल्ली के द्वारका स्थित अदालत परिसर में बम रखे होने की धमकी मिलने के बाद बुधवार को उसे खाली कराकर सघन तलाशी अभियान चलाया गया। हालांकि तलाशी में कुछ भी नहीं मिला। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को तड़के तीन बजकर 11 मिनट पर एक ईमेल मिला था, जिसमें अदालत परिसर में बम रखे होने की सूचना दी गई थी।
अधिकारी ने बताया कि अदालत ने बुधवार पूर्वाह्न करीब 10 बजकर 50 मिनट पर पुलिस को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परिसर की गहन तलाशी के बाद कुछ भी नहीं मिला।
पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि मेल करने वाले ने धमकी दी कि अगर 2024 के 2,000 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ मामले की जांच नहीं रोकी गई तो वह अदालत परिसरों को उड़ा देगा। मादक पदार्थ के इस मामले में एक तमिल फिल्म निर्माता को मास्टरमाइंड बताया गया था।
बम की धमकी के कारण न्यायिक कार्यवाही रोक दी गई तथा अदालत कक्ष खाली करवा दिए गए।
अधिवक्ता अनिरुद्ध यादव ने बताया कि करीब 11 बजे अदालत को बम की धमकी मिली, जिसके बाद न्यायाधीश वहां से चले गए और अदालत ने सूचीबद्ध मामलों की सुनवाई स्थगित कर दी। यादव ने कहा, ‘‘सभी प्रवेश और निकास द्वारों को सील कर दिया गया था। बम निरोधक दस्ते ने प्रत्येक अदालत कक्ष के चप्पे चप्पे की जांच की।’’
खोजी कुत्ते और बम निरोधक दस्ते को घटनास्थल पर भेजा गया।
पुलिस के एक बयान के अनुसार, मेल भेजने वाले ने कहा था कि अदालत में आरडीएक्स विस्फोटक रखा गया है। बयान में कहा गया, ‘‘सुरक्षा संबंधी धमकी मिलने पर स्थानीय पुलिस, वरिष्ठ अधिकारी तथा बम निरोधक दस्ता तुरंत अदालत परिसर पहुंचे।’’
भाषा आशीष माधव
माधव
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