बरुण सखाजी
दिग्विजय सिंह ने एक भाजपा की तारीफ की है। वे एक टीवी चैनल को दे रहे अपने इंटरव्यू में बोले कि भाजपा 1952 से हार रही, जीत रही है, लेकिन लड़ रही है। क्योंकि उसकी अपनी पूरी विचारधारा है। दिग्विजय सिंह ने कहा विचारधारा वाली पार्टियां लोकतंत्र में लंबी रेस की होती हैं। हमारे नेता राहुल गांधी भी विचारों के प्रति समर्पित हैं। इसलिए अभी की हार और जीत को मत देखिए।
प्रशांत किशोर अच्छे आंकड़ाकार
दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर को लेकर पार्टी ने विस्तृत चर्चा की है। वे निश्चित एक अच्छे आंकड़ों के जानकार हैं। उनके पास राजनीति से जुड़ी नई बातें हैं। मुझे जो कुछ भी कहना, करना था अपनी पार्टी के फोरम पर कह चुका हूं। इसे लेकर विस्तृत रिपोर्ट दे दी है। फैसला आला कमान को करना है।
भारत का मिजाज वो नहीं जो भाजपा समझा रही है
दिग्विजय सिंह ने इस साक्षात्कार में कहा कि भाजपा भ्रम फैलाती है। भारत की संस्कृति और विचार वह नहीं जो ये लोग प्रचारित करते हैं। भारत समावेशी देश है। सबको साथ लेकर सबके साथ चलने वाला है। दिग्विजय सिंह ने कहा राहुल गांधी पावर के बीच जन्मे हैं। चुनाव ही सब कुछ नहीं होते। ऐसे कइय़ों महापुरुष देश में हुए हैं जिन्होंने कोई चुनाव कभी नहीं लड़े, लेकिन वे सफल राजनेता कहलाते हैं। पूर्वमुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक दिन पहले प्रशांत किशोर को लेकर असहमति वाले जेस्चर दिए थे। वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक अजयभान सिंह कहते हैं, दिग्विजय सिंह की बात से एक बात की पुष्टि तो साफ होती है कि कांग्रेस प्रशांत किशोर की हर शर्त मानकर उन्हें लाने वाले है। चूंकि दिग्विजय सिंह की रिपोर्टर प्रशांत के पक्ष में नहीं है और फैसला यह होने जा रहा है इसलिए दिग्विजय सिंह अब प्रशांत की खिलाफत नहीं करना चाहते। क्योंकि उनके कारण पार्टी कई बार संकट में आती रही है। ऐसे में प्रशांत की सफाई में कहीं उनका नंबर पहला न हो।