जयशंकर ने सिद्धरमैया से कहा : सूडान में फंसे कर्नाटक के लोगों को लेकर राजनीति नहीं करें

जयशंकर ने सिद्धरमैया से कहा : सूडान में फंसे कर्नाटक के लोगों को लेकर राजनीति नहीं करें

जयशंकर ने सिद्धरमैया से कहा : सूडान में फंसे कर्नाटक के लोगों को लेकर राजनीति नहीं करें
Modified Date: April 18, 2023 / 10:25 pm IST
Published Date: April 18, 2023 10:25 pm IST

नयी दिल्ली, 18 अप्रैल (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कांग्रेस नेता सिद्धरमैया पर उनके इस दावे को लेकर निशाना साधा कि कर्नाटक के 31 लोग हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे हुए हैं।

सूडान में पिछले पांच दिन से देश की सेना और एक अर्धसैनिक बल के बीच भीषण लड़ाई हो रही है जिसमें करीब 100 लोग मारे गए हैं।

जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘आपके ट्वीट से स्तब्ध हूं! लोगों की जिंदगी खतरे में है, राजनीति मत कीजिए। 14 अप्रैल को लड़ाई शुरू होने के बाद से, खार्तूम में भारतीय दूतावास सूडान में ज्यादातर भारतीय नागरिकों और पीआईओ के साथ लगातार संपर्क में है।’

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उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा कारणों से उनका ब्योरा सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। उनकी आवाजाही भयंकर लड़ाई के कारण बाधित है।’

जयशंकर ने कहा कि उनसे जुड़ी योजनाओं के लिए ‘जटिल’ सुरक्षा परिदृश्य को ध्यान में रखना होगा और सूडान में भारतीय दूतावास उस देश की स्थिति को लेकर लगातार विदेश मंत्रालय के संपर्क में है।

उन्होंने कहा, ‘उनकी स्थिति का राजनीतिकरण करना घोर गैर-जिम्मेदाराना है। कोई भी चुनावी लक्ष्य विदेशों में भारतीयों की जान को खतरे में डालने को सही नहीं ठहराता है।’

जयशंकर की यह प्रतिक्रिया सिद्धरमैया द्वारा सिलसिलेवार ट्वीट किए जाने के बाद आई है।

सिद्धरमैया ने ट्वीट किया था, ‘‘जानकारी मिली है कि कर्नाटक के हक्की-पिक्की आदिवासी समूह के 31 लोग सूड़ान में फंसे हुए हैं जहां गृह युद्ध जारी है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री, विदेश मंत्री और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से अपील करूंगा कि वे तत्काल हस्तक्षेप करें और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें।’’

सूडान की राजधानी खार्तूम में जारी व्यापक हिंसा के बीच वहां भारतीय दूतावास ने सोमवार को जारी अपने ताजा परामर्श में भारतीयों से अपने घरों से बाहर नहीं निकलने एवं शांत रहने को कहा। दूतावास ने रविवार को कहा था कि खार्तूम में गोली लगने से घायल एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई।

भाषा अविनाश माधव

माधव


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