DRDO Pralay Missile Test: ओडिशा में तकनीकी चमत्कार, DRDO को मिली बड़ी कामयाबी, एक ही लॉन्चर से दो ‘प्रलय’ मिसाइलों का सफल परीक्षण, भारत को बड़ा फायदा

ओडिशा में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने देश की रक्षा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

DRDO Pralay Missile Test: ओडिशा में तकनीकी चमत्कार, DRDO को मिली बड़ी कामयाबी, एक ही लॉन्चर से दो ‘प्रलय’ मिसाइलों का सफल परीक्षण, भारत को बड़ा फायदा

DRDO Pralay Missile Test/ image source: IBC24

Modified Date: December 31, 2025 / 05:59 pm IST
Published Date: December 31, 2025 5:51 pm IST
HIGHLIGHTS
  • DRDO ने किया प्रलय मिसाइल परीक्षण
  • ओडिशा से दो मिसाइलों की लॉन्चिंग
  • देश की रक्षा क्षमता मजबूत हुई

DRDO Pralay Missile Test: भुवनेश्वर: ओडिशा में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने देश की रक्षा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। चांदीपुर तट से DRDO ने एक ही लॉन्चर से दो ‘प्रलय’ मिसाइलों को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। यह परीक्षण देश की स्वदेशी मिसाइल प्रौद्योगिकी की ताकत और रक्षा क्षमता को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

एक ही लॉन्चर से 2 ‘प्रलय’ मिसाइलों को किया लॉन्च

DRDO Pralay Missile Test: DRDO के अधिकारियों के अनुसार, यह परीक्षण पूरी तरह से नियंत्रणित परिस्थितियों में किया गया और दोनों मिसाइलों ने अपने निर्धारित लक्ष्यों को सफलतापूर्वक भेदा। इस सफल परीक्षण ने भारत की रणनीतिक रक्षा क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ परमाणु हमले के जवाब में तत्पर रहने की क्षमता को भी मजबूत किया है। इस प्रयोग से यह साबित होता है कि एक ही लॉन्चर से कई मिसाइलों को नियंत्रित और सुरक्षित रूप से लॉन्च करना अब संभव है।

देश की स्वदेशी रक्षा शक्ति को बड़ी मजबूती

DRDO Pralay Missile Test: विशेषज्ञों का कहना है कि ‘प्रलय’ मिसाइल की यह टेस्टिंग भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को दर्शाती है। इससे न केवल देश की सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि भविष्य में किसी भी संभावित खतरे के जवाब में तेजी से कार्रवाई करने की क्षमता भी बढ़ेगी। DRDO ने बताया कि यह परीक्षण देश की तकनीकी श्रेष्ठता और विज्ञान आधारित रक्षा रणनीति को प्रदर्शित करता है।

 ⁠

चांदीपुर तट से की गई यह सफल टेस्टिंग भारत के रक्षा क्षेत्र में एक नई उपलब्धि के रूप में दर्ज की जाएगी। इसके साथ ही, यह साबित करता है कि भारतीय वैज्ञानिक और इंजीनियर वैश्विक स्तर पर मिसाइल प्रौद्योगिकी में अपनी विशेष पहचान बना रहे हैं।

इन्हें भी पढ़ें :-


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

पत्रकारिता और क्रिएटिव राइटिंग में स्नातक हूँ। मीडिया क्षेत्र में 3 वर्षों का विविध अनुभव प्राप्त है, जहां मैंने अलग-अलग मीडिया हाउस में एंकरिंग, वॉइस ओवर और कंटेन्ट राइटिंग जैसे कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दिया। IBC24 में मैं अभी Trainee-Digital Marketing के रूप में कार्यरत हूँ।