ड्रोन, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस सैन्य संघर्षों में नए प्रतिमान जोड़ते हैं: पूर्व डीजीएमओ अनिल भट्ट |

ड्रोन, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस सैन्य संघर्षों में नए प्रतिमान जोड़ते हैं: पूर्व डीजीएमओ अनिल भट्ट

ड्रोन, अंतरिक्ष, साइबरस्पेस सैन्य संघर्षों में नए प्रतिमान जोड़ते हैं: पूर्व डीजीएमओ अनिल भट्ट

Edited By :  
Modified Date: May 16, 2025 / 08:46 AM IST
,
Published Date: May 16, 2025 8:46 am IST

(विजय जोशी)

(तस्वीर सहित)

नयी दिल्ली, 16 मई (भाषा) सैन्य अभियान के एक पूर्व महानिदेशक (डीजीएमओ) ने कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने आधुनिक युग के युद्ध में ड्रोन के महत्व को स्पष्ट रूप से सामने ला दिया है जो अंतरिक्ष और साइबरस्पेस के साथ मिलकर भविष्य के सैन्य संघर्षों में नए प्रतिमान जोड़ेगा।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट (सेवानिवृत्त) ने ‘पीटीआई वीडियो’ के साथ बृहस्पतिवार को साक्षात्कार में यह बात कही। पूर्व डीजीएमओ ने डोकलाम संघर्ष के वक्त अभियान का संचालन किया था।

उन्होंने सोशल मीडिया पर युद्ध के संबंध में की जा रही बातों के प्रति भी अप्रसन्नता व्यक्त की। बहुत से सोशल मीडिया उपयोगकर्ता सैन्य संघर्ष के चार दिन में समाप्त हो जाने से नाखुश थे और उनका मानना ​​था कि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को पुनः प्राप्त करने का एक अवसर था।

उन्होंने कहा कि युद्ध अंतिम विकल्प होना चाहिए और युद्ध नहीं छेड़ा जाना चाहिए क्योंकि भारत ने अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल कर लिया है।

भाषा यासिर शोभना

शोभना

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)