भुवनेश्वर, तीन अक्टूबर (भाषा) ओडिशा में वार्षिक दुर्गा पूजा उत्सव शुक्रवार को हजारों श्रद्धालुओं द्वारा भव्य विसर्जन जुलूस के तौर पर देवी को विदाई देने के साथ संपन्न हो गया।
भुवनेश्वर और कटक में विसर्जन जुलूस दोपहर के आसपास शुरू हो गए और देर रात तक जारी रहेंगे।
भुवनेश्वर में कुल 193 सामुदायिक दुर्गा पूजा आयोजित की गईं, तथा कटक में 160 सामुदायिक दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया।
तेज आवाज वाले संगीत सिस्टम पर लगाए गए प्रतिबंधों को देखते हुए, कई आयोजकों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों और सांस्कृतिक प्रस्तुति का विकल्प चुना।
पुलिस ने कहा कि राज्य की राजधानी में, चार निर्दिष्ट मार्गों का पालन करते हुए, भुवनेश्वर भसानी उत्सव समिति (शहीद नगर), राजधानी मंदिर सुरक्षा भसानी समिति (नयापल्ली), उत्तर भुवनेश्वर भसानी समिति (चंद्रशेखरपुर) और ओल्ड टाउन भसानी समितियों सहित सांस्कृतिक संगठनों द्वारा समूहों में विसर्जन जुलूस निकाले गए।
कटक में कॉलेज चौक, रानीहाट, मंगलाबाग, बक्शीबाजार, दरगाहबाजार और चौधरी बाजार जैसे विसर्जन स्थलों पर भी भारी भीड़ देखी गई, जहां मूर्तियों को ऐतिहासिक देवीगढ़ घाट पर ले जाया गया। घाट पर पर्यावरण अनुकूल विसर्जन के लिए एक अस्थायी तालाब बनाया गया था।
जुलूसों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की 122 पलटनें तैनात की गईं, सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी के साथ-साथ बम निरोधक और आतंकवाद-रोधी दस्ते भी उनकी सहायता कर रहे थे।
दिन भर यातायात प्रतिबंध लागू रहे।
भाषा प्रशांत दिलीप
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