ईडी ने दक्षिण अफ्रीका के गुप्ता बंधुओं और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ धन शोधन जांच और छापेमारी शुरू की
ईडी ने दक्षिण अफ्रीका के गुप्ता बंधुओं और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ धन शोधन जांच और छापेमारी शुरू की
नयी दिल्ली, 26 अगस्त (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को धन शोधन की जांच के तहत दक्षिण अफ्रीका के दागी गुप्ता बंधुओं और उनके सहयोगियों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि संघीय जांच एजेंसी की यह कार्रवाई ‘राज्य अधिग्रहण घोटाले’ से जुड़े एक मामले में दक्षिण अफ्रीका से भारत को प्राप्त पारस्परिक कानूनी सहायता अनुरोध (एमएलएआर) की पृष्ठभूमि में हुई है।
भारतीय मूल के तीन भाइयों – अतुल, अजय और राजेश गुप्ता – पर पूर्व राष्ट्रपति जैकब जूमा के साथ घनिष्ठ संबंधों के माध्यम से दक्षिण अफ्रीका में अरबों रैंड (दक्षिण अफ्रीकी मुद्रा) की हेराफेरी करने का आरोप है।
जूमा के 2018 में पद से हटने के बाद ये प्रभावशाली भाई और उनके परिवार वहां से दुबई चले गये।
गुप्ता बंधुओं और पूर्व राष्ट्रपति जूमा ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है।
जिन ठिकानों पर छापेमारी की गयी, उनमें गुप्ता बंधुओं और वर्ल्ड विंडो समूह के पीयूष गोयल और सहारा कंप्यूटर्स व आईटीजे रिटेल्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी उनकी सहयोगी संस्थाओं से जुड़े परिसर शामिल हैं।
ईडी सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अहमदाबाद में राम रतन जगती नाम के एक व्यक्ति के ठिकाने पर छापेमारी की, जो दुबई में जेजे ट्रेडिंग एफजेडई नामक एक फर्जी कंपनी बनाकर धन शोधन की योजना में शामिल एक ‘प्रमुख व्यक्ति’ था।
सूत्रों के अनुसार, इस कंपनी का इस्तेमाल पीयूष गोयल और गुप्ता बंधुओं द्वारा धन शोधन के लिए कथित तौर पर एक ‘वाहन’ के रूप में किया गया था।
रंगभेद की समाप्ति के बाद जब दक्षिण अफ्रीका अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए खुला, तो गुप्ता बंधु वहां चले गए और उन्होंने आईटी, मीडिया और खनन क्षेत्रों के अलावा, सहारा कंप्यूटर्स के माध्यम से सॉफ्टवेयर आयात के नाम पर एक व्यापारिक साम्राज्य खड़ा किया।
भाषा रंजन माधव
माधव

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